दीया कुमारी की उम्मीदवारी ने विद्याधर नगर सीट पर बढ़ाया सियासी तापमान
Rajkumari Diya Kumari News: राजस्थान के सबसे बड़े राजघरानों में से एक जयपुर से ताल्लुक रखने वाली राजकुमारी दीया कुमारी की विद्याधर नगर सीट से उम्मीदवारी ने न सिर्फ इस सीट पर बल्कि पूरे शहर के सियासी तापमान को बढ़ा दिया है। दीया 2013 में सवाई माधोपुर सीट से पहली बार विधायक बनी थीं एवं वर्तमान राजसमंद सीट से सांसद हैं। हालांकि भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए कोई भी चेहरा आगे नहीं किया है, लेकिन क्षेत्र के लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है।
ऐसा भी कहा जा रहा है कि वसुंधरा राजे को हाशिये पर लाने के लिए भाजपा खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ने दीया कुमारी को आगे किया है। हालांकि उनकी राह आसान होगी, यह कहना अभी मुश्किल है क्योंकि विद्याधर नगर से वर्तमान भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी ने दीया कुमारी का विरोध शुरू कर दिया है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोसिंह शेखावत के दामाद राजवी ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पता नहीं मुगलों के आगे घुटने टेकने वाले परिवार पर पार्टी मेहरबान क्यों है? कार्यकर्ताओं से न पहचान है न संवाद है, उन्हें चुनाव मैदान में उतारकर आखिर पार्टी क्या हासिल करना चाहती है? हालांकि बाद में एक पत्र जारी कर राजवी ने अपने बयान से पलटने की कोशिश की और इंटरव्यू को फर्जी बताया था, लेकिन बातचीत का वीडियो सामने आने के बाद उनकी किरकिरी हो गई।
विद्याधर नगर क्षेत्र के मुकेश चौधरी ने वेबदुनिया से बातचीत में बताया कि राजवी के विरोध के बावजूद दीया कुमारी की जीत पक्की है। राजवी का जरूर स्थानीय लोगों में विरोध था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता भी पूरी ताकत से दीया कुमारी के समर्थन में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि दीया चुनाव के बाद भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकती हैं। उन्हें मोदी और शाह की निकटता का लाभ मिल सकता है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, रेल मंत्री अजय वैष्णव, पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया समेत कुछ अन्य चेहरे भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
विधानसभा का टिकट मिलने के बाद सांसद दीया कुमारी ने कहा कि वे अपने घर (जयपुर) से चुनाव लड़ने का मौका पाकर खुश हैं। उनके लिए नया निर्वाचन क्षेत्र है, लेकिन जयपुर उनका घर है और वह खुश हैं। उन्होंने कहा कि वे राजवी का सम्मान करती हैं और जिस दिन उनके नाम की घोषणा की गई थी, उन्होंने आशीर्वाद और समर्थन मांगने के लिए उन्हें फोन किया था। मैं उनका आदर करती हूं। मुझे जो काम मिला है उस पर ध्यान केंद्रित करना है।
राजवी दिखाएंगे ताकत : बताया जा रहा है कि आगामी 23 अक्टूबर को भैरोसिंह शेखावत की जयंती पर नरपत सिंह राजवी अपना शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं। विद्याधर नगर में ही स्व. भैरोंसिंह की समाधि बनी हुई है। राजवी के मुताबिक भाजपा ने भी शेखावत का शताब्दी वर्ष मनाने की घोषणा की है।
ऐसा भी कहा जा रहा है कि राजवी को किसी दूसरी सीट से उतारा जा सकता है। उनके स्थान पर उनके बेटे अभिमन्यु को भी टिकट मिल सकता है। हालांकि ऐसा भी कहा जा रहा है कि राजवी को ताजा बयानबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। टिकट नहीं मिलने की स्थिति राजवी दीया कुमारी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। लेकिन, क्षेत्र के लोगों का मानना है कि वे कम से कम 50-60 हजार वोटों से चुनाव जीत सकती हैं।