मुश्किल में सिद्धू, बयानों से नाराज भाजपा ने ली चुनाव आयोग की शरण
नई दिल्ली। पंजाब चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। पहले कांग्रेस ने सिद्धू को दावेदारी को नजरअंदाज कर चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम उम्मीदवार बना दिया और अब भाजपा ने बयानों से नाराज होकर चुनाव आयोग से पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष को चुनाव प्रचार करने से रोकने की मांग कर दी।
भाजपा ने निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया कि पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव प्रचार करने से रोक दिया जाए। आयोग से सिद्धू और उनकी पार्टी पर आपराधिक मामला दर्ज करने का अनुरोध करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि सिद्धू अपने बयानों से समाज में नफरत और भेदभाव को बढ़ावा दे रहे हैं।
आयोग से सिद्धू और उनकी पार्टी पर आपराधिक मामला दर्ज करने का अनुरोध करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि सिद्धू अपने बयानों से समाज में नफरत और भेदभाव को बढ़ावा दे रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी समेत भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन लेकर निर्वाचन आयोग पहुंचा और कहा कि सिद्धू ने पंजाबियों को विभाजित करने के उद्देश्य से अपमानजनक संदर्भ में ब्राह्मणों का अपमान किया।
भाजपा ने कहा कि सिद्धू ने हाल ही में राज्य के मुसलमानों से अपील की थी कि उनके वोटों का बंटवारा नहीं होना चाहिए। नकवी ने कहा कि कांग्रेस नेता की टिप्पणी आदर्श आचार संहिता और भारतीय दंड संहिता का उल्लंघन है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों पर मुस्लिम महिलाओं को मतदान से रोकने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया और चुनाव आयोग से इस पर गौर करने के लिए कहा।