शादियों में फिजूलखर्च हुआ कम
सेहत के प्रति जागरूक हुए लोग
अनजानों की मदद के लिए बढ़े हाथ
धार्मिक उत्सवों का स्वरूप बदला
गमी में भी छूटा लोगों का साथ
गम या खुशी में ऑनलाइन भागीदारी
मोबाइल और कंप्यूटर की आम जीवन में स्वीकार्यता
स्वच्छता के प्रति और सजग हुए
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग