विनेश फाइटर, पदक की हकदार, लेकिन नियमों का ध्यान रखना जरूरी : श्रीजेश
PR Sreejesh on Vinesh Phogat : भारतीय हॉकी स्टार पीआर श्रीजेश ने मंगलवार को पहलवान विनेश फोगाट के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा कि जो कुछ उनके साथ हो रहा था, उसके बावजूद स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक मुकाबले से पहले वह मेरे पास आई और कहा भाई गुड लक, आप तो दीवार हो, अच्छे से खेलो।
उन्होंने विनेश को फाइटर करार करते हुए कहा कि वह कम से कम एक पदक की हकदार हैं, लेकिन साथ ही यह घटना सभी के लिए सबक होनी चाहिए क्योंकि खेल को चलाने के लिए नियम जरूरी हैं।
(Credit : Hockey India/X)
पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने के बाद संन्यास लेने वाले श्रीजेश (36 वर्ष) ने यहां पीटीआई कार्यालय में वरिष्ठ संपादकों से बातचीत के दौरान कहा, विनेश रजत पदक की हकदार है क्योंकि फाइनल में पहुंचकर उन्होंने एक पदक पक्का कर लिया था। रजत या फिर स्वर्ण पदक उन्हें मिलता ही। अंतिम समय में कहना कि आप फाइनल में खेलने के लिए अयोग्य हो..।
उन्होंने कहा, अगर मैं उनकी जगह होता तो पता नहीं क्या करता। वह फाइटर है। कांस्य पदक मैच से पहले वह मिली थीं। उन्होंने कहा, भाई गुड लक, आप तो दीवार हो अच्छे से खेलो। मुझे लगा कि वह मुस्कुराते हुए अपना दर्द छुपा रही थीं, वह सचमुच फाइटर है। उसने पिछले एक साल में जो झेला है, उसके बाद ट्रेनिंग करते हुए ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और फिर जीतते हुए फाइनल तक पहुंची।
पर उन्होंने दूसरा पक्ष रखते हुए कहा, लेकिन इसका एक पहलू यह भी है कि आप ओलंपिक खेलों में हो, आपको पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। आपको महासंघ, आयोजन समिति और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को कोई मौका नहीं देना चाहिए। आप किसी पर ऊंगली नहीं उठा सकते। यह सभी के लिए सबक होना चाहिए। जब आप तैयारी कर रहे हों तो नियम निर्देशों पर अडिग रहो क्योंकि ये खेल को खूबसूरत बनाने और इसे चलाने के लिए जरूरी हैं।
विनेश (महिला 50 किग्रा) का फाइनल से पहले वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया जिससे उन्हें अयोग्य करार किया गया। इस पहलवान ने पिछले बुधवार को खेल पंचाट में इस फैसले के खिलाफ अपील की और इसका नतीजा मंगलवार को आएगा।
इसके साथ ही ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में अनुभवी फुलबैक अमित रोहिदास को मिले रेडकार्ड के बारे में भी श्रीजेश ने नियम का हवाला दिया ।
उन्होंने कहा, नियम के अनुसार आपको अपनी स्टिक ऊपर नहीं करनी चाहिए। लेकिन अमित रोहिदास ने क्या किया, उसने स्टिक उठा दी। भले ही गैर इरादतन रहा हो लेकिन उसे रेड कार्ड मिला और हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। (भाषा)