संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत, PM मोदी ने कहा- वाद-विवाद और संवाद हो
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज सोमवार से हो गई। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी दलों से उत्तम बहस और सहयोग की अपील की है, वहीं शीतकालीन सत्र में विपक्ष अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालात, बेरोजगारी, युवा और किसानों के मुद्दे, गांधी परिवार की सुरक्षा घटाने और फारुक अब्दुल्ला समेत अन्य कश्मीरी नेताओं की हिरासत के मुद्दे पर मोदी सरकार का घेराव करेगा।
शिवसेना सांसदों का प्रदर्शन : शिवसेना के नेताओं ने संसद परिसर में स्थित शिवाजी प्रतिमा पास प्रदर्शन किया और महाराष्ट्र में हुई बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने की मांग की। इस प्रदर्शन में संजय राउत भी शामिल थे।
सत्र की शुरुआत में सुषमा स्वराज, अरुण जेटली समेत दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। संसद का यह सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। इसमें लोकसभा भी 20 बैठकें होंगी। मोदी सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने, कॉमन सिविल कोड, नागरिकता संशोधन और ई-सिगरेट विधेयक को भी पेश कर सकती है।
देश के विकास के लिए उपयोगी हो सत्र : सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्यसभा का यह 250वां सत्र है। 26 तारीख को हमारा 70वां संविधान दिवस है। यह संविधान देश की एकता, अखंडता, भारत की विविधता, भारत के सौंदर्य को समेटे हुए है। देश के लिए यह एक ऊर्जा शक्ति है।
सभी दलों और सांसदों के सहयोग से पिछला सत्र अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरा था। आशा करता हूं कि यह सत्र देश की विकास यात्रा को और देश को गति देगा। उत्तम बहस जरूरी है। वाद-विवाद हो। हर कोई अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करे। उससे जो अमृत निकलता है, वो देश के भविष्य के लिए काम करता है।