F16 विमान गिराने वाले अभिनंदन के साहस की रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी
विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान की सेना ने बंदी बना लिया है। भारत सरकार इस वीर जांबाज की स्वदेश वापसी के लिए पाकिस्तान पर लगातार दबाव बना रही है। खबरों के अनुसार अभिनंदन को मुज्जफ्फराबाद के आर्मी सेंटर में रखा गया है। पाकिस्तान के मेजर ने उनसे पूछताछ की, लेकिन अभिनंदन ने साहस और संयम के साथ सवालों के जवाब दिए। खबरों के अनुसार पाकिस्तानी सेना भी भारतीय जांबाज की दिलेरी के कसीदे पढ़ने लगी है। पाकिस्तान में भी अभिनंदन की साहस की चर्चाएं हो रही हैं।
बुधवार को जब पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने भारतीय सीमा के नौशेरा सेक्टर में प्रवेश किया तो उसके इन मंसूबों को नेस्तनाबूद करने के लिए वहां तैनात भारतीय विंग कमांडर मिग-21 से उनको खदेड़ने के लिए निकले। विंग कमांडर अभिनंदन ने इस दौरान पाकिस्तान के एक लड़ाकू विमान F16 को मार गिराया। दूसरे लड़ाकू विमान का पीछा करते हुए वे एलओसी पार पीओके में पहुंच गए।
समाचार चैनलों के मुताबिक पीओके के एक क्षेत्र में अभिनंदन का विमान क्रैश हो गया। इस दौरान वे विमान से अपने पैराशूट के साथ कूद गए। एक गांव में उतरने के बाद अभिनंदन को भीड़ ने घेर लिया। अभिनंदन ने पूछा कि यह कौनसी जगह है तब किसी ने उनसे कहा कि आप पाकिस्तान में हैं।
इस दौरान अभिनंदन ने अपने पास रखे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को फाड़कर तालाब में बहा दिया और कुछ को वे खा गए। जब भीड़ उनके साथ बदसलूकी करने लगी, तभी वहां पाकिस्तानी सैनिक आ गए और वो विंग कमांडर अभिनंदन को गिरफ्तार कर ले गए। वहां एक हेडक्वार्टर में अभिनंदन से पूछताछ की गई।
गिरफ्तार कर जब अभिनन्दन को पाकिस्तानी सेना के जवान ले जा रहे थे तब उनका व्यवहार सामान्य था। जब उनसे कड़े लहजे में पूछताछ की जा रही थी तब भी उनका व्यवहार एक दिलेर सैनिक की तरह ही था। उन्हें इस बात से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था कि उन्हें शत्रु सेना ने गिरफ्तार किया है। पाकिस्तानी सैनिकों से उन्होंने दो टूक लहजे में बात की।
पूर्व में ऐसा बताया जा रहा था कि पाकिस्तान जिन दो पायलटों की गिरफ्तारी की बात कह रहा था, उनमें से एक पायलट उन्हीं का था, जो इस घटना के दौरान विमान से पैराशूट के जरिए कूद गया था।