दिल्ली में क्यों लगा मिनी लाकडाउन, 50 प्रतिशत लोग हुए वर्क फ्रॉम होम
लॉकडाउन आमतौर पर हमने कोरोना वायरस के दौर में देखा था। लेकिन कोई इन दिनों लॉकडाउन की बात करें तो उसे अफवाह ही समझा जाएगा। लेकिन देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां फिलहाल एक तरह से मिनी लॉकडाउन की ही स्थिति बनी हुई है। जी हां, दरअसल, राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की भयावहता के बीच मार के बीच आम आदमी पार्टी की सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली में 50 फीसदी सरकारी कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम का ऐलान किया है।
इस घोषणा के बाद राजधानी में लॉकडाउन जैसी ही स्थिति बन गई है। कक्षा 8वीं तक और 12 वीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन कर दी गई है। दूसरी तरफ प्राइवेट कंपनियों को भी वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी गई है। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि कल से दिल्ली में प्राइमरी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
बता दें कि वाहनों से, पराली जलाने से दिल्ली में एयर पॉल्यूशन भयावह स्थिति में पहुंच गया है। यहां एलर्जी, खांसी, अस्थमा और तरह तरह की सांस की बीमारी से परेशान लोगों की संख्या में भी इजाफा हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जीआरएपी के अंतिम चरण के तहत केंद्र की वायु गुणवत्ता समिति द्वारा अनुशंसित प्रतिबंधों को लागू करने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं, दिल्ली सरकार ने प्रदूषण-रोधी उपायों के क्रियान्वयन की निगरानी के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया है। पर्यावरण मंत्री राय ने मीडिया को बताया कि जहां भी दिल्ली में प्रदूषण से जो इलाके ज्यादा प्रभावित हैं, वहां प्रदूषण की रोकथाम के लिए विशेष टीमें तैयार की जा रही हैं।
ऐसा है दिल्ली में प्रदूषण
शुक्रवार 04 नवंबर को दिल्ली के IGI एयरपोर्ट स्टेशन पर सुबह 5 बजे के समय AQI का लेवल 489 दर्ज किया गया। वहीं, नोएडा में AQI का स्तर 562 नापा गया है। दिल्ली में AQI 450 के पार पहुंचने के बाद देश की राजधानी में प्रदूषण से इमरजेंसी की तरह हालात है। आपको बता दें कि अगर AQI का स्तर 400 से ऊपर जाता है तो इसे गंभीर श्रेणी में माना जाता है। दिल्ली के आनंद विहार क्षेत्र में तो AQI का स्तर 700 के आसपास बताया जा रहा है।
Written & Edited: By Navin Rangiyal