तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग, शाहजहां शेख की गिरफ्तारी पर गरमाई बंगाल की सियासत
Shahjahan sheikh news in hindi : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीन पर कब्जा करने के आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी पर संतोष व्यक्त किया। वहीं विपक्षी भाजपा ने इस गिरफ्तारी को पूर्व नियोजित करार दिया। पार्टी ने दावा किया कि शाहजहां शेख पश्चिम बंगाल पुलिस की सुरक्षित अभिरक्षा में था।
पुलिस ने बताया कि शाहजहां शेख उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखान में एक घर में छिपा हुआ था और वहीं से उसे गिरफ्तार किया गया।
तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि कानूनी बाधाओं के कारण शुरुआत में उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। हालांकि, अदालत द्वारा यह स्पष्ट किए जाने के बाद कि उसकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है, पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपना काम किया। विपक्ष ने उसकी गिरफ्तारी पर लगे प्रतिषेध का फायदा उठाया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को निर्देश दिया था कि शेख को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), प्रवर्तन निदेशालय (ED) या पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है।
उच्च न्यायालय ने सोमवार को पुलिस को शेख की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिया था। इसके बाद राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने सफाई दी थी कि वह दोषियों को नहीं बचा रही है और शेख को सात दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि शेख को सात दिन में गिरफ्तार कर लिया जाएगा, क्योंकि हमें राज्य पुलिस की क्षमता पर भरोसा था। अब, सीबीआई और ईडी को उन भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो भ्रष्टाचार और अन्य अपराधों के भी आरोपी हैं।
विपक्षी दल भाजपा का दावा है कि शेख मंगलवार रात से राज्य पुलिस की सुरक्षित अभिरक्षा में था। अब वह बंगाल पुलिस की मेहमाननवाजी में है। पार्टी ने शाहजहां की गिरफ्तारी को पूर्व नियोजित करार दिया।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह तृणमूल और राज्य पुलिस ही थी जो दोषियों को बचाने में लगी थी। अब उसे एक अच्छी तरह से गढ़ी गई कहानी के हिस्से के रूप में गिरफ्तार किया गया है। भाजपा की प्रदेश इकाई के लगातार आंदोलन के कारण राज्य प्रशासन को उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर, सुंदरबन की सीमा पर स्थित संदेशखाली क्षेत्र के लोग टीएमसी के स्थानीय नेता शाहजहां शेख और उसके समर्थकों के खिलाफ यौन शोषण और जमीन हड़पने के आरोपों को लेकर एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
राशन घोटाले के सिलसिले में शेख के घर पर छापा मारने गई ईडी टीम पर 5 जनवरी को लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद से ही शाहजहां शेख फरार था। (भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta