Weather Update : मानसून के सक्रिय हो जाने से मैदानी क्षेत्रों और पहाड़ों पर जमकर बरसात हो रही है। दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। मौसम विभाग ने आज मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश में एक बार फिर कई जिलों के लिए रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है। छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में रविवार से भारी बारिश होने के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है।
खबरों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस मानसून में अब तक 913.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक है। इस साल दिल्ली में असामान्य रूप से अधिक बारिश के दिन देखे गए हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि जुलाई में शहर में कम बारिश वाले दिन दर्ज किए गए, लेकिन दो या तीन दिनों में हुई भारी बारिश ने समग्र बारिश में महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली में सफदरजंग मौसम केंद्र ने इस मौसम में 586.9 मिलीमीटर की सामान्य बारिश के मुकाबले 913.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की, जो सामान्य आंकड़े से 56 प्रतिशत अधिक है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश हुई और इस मानसून में अब तक राजधानी में 913.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक है। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को दक्षिण और मध्य दिल्ली के इलाकों में बारिश हुई और आसमान में बादल छाए रहे। दिल्ली में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 1.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिन में सापेक्ष आर्द्रता 100 प्रतिशत से 85 प्रतिशत के बीच रही। दिल्ली नगर निगम के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष (मुख्यालय) को बारिश से संबंधित घटनाओं की सात शिकायतें मिलीं - चार जलजमाव की और तीन पेड़ गिरने की।
मध्य प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश ने कहर बरपाया है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इनमें रायसेन, कटनी, जबलपुर और अन्य शामिल हैं। वहीं 24 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि बाकी जिलों में यलो अलर्ट लगाया गया है।
राजस्थान में भारी बारिश का अनुमान : राजस्थान में मानसून की सक्रियता के चलते मंगलवार को भी कई हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई। मौसम केन्द्र ने राज्य के पूर्वी हिस्सों में आगामी चार-पांच दिनों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना अवदाब आज उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर पहुंच चुका है।
केंद्र के मुताबिक, इस तंत्र के प्रभाव से राज्य के पूर्वी हिस्सों के अनेक भागों में आगामी 4-5 दिनों में मानसून के सक्रिय रहने तथा भरतपुर, जयपुर, कोटा, अजमेर व उदयपुर संभाग के अनेक भागों में मेघगर्जन के साथ बारिश होने व कहीं-कहीं भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है।
उसने बताया कि पूर्वी राजस्थान में 11 सितंबर से भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने तथा कोटा, भरतपुर, उदयपुर व जयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश की प्रबल संभावना है। केंद्र ने बताया कि इस दौरान बीकानेर व जोधपुर संभाग के कुछ भागों में भी मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
सवाईमाधोपुर में तेज बारिश के चलते राष्ट्रीय रणथम्भौर उद्यान में मंगलवार को पर्यटकों को ले जा रहा एक कैंटर बीच पानी में फंस गया। पर्यटकों को दूसरे कैंटर के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। राष्ट्रीय रणथम्भौंर उद्यान के उप वन संरक्षक (पर्यटन) प्रमोद कुमार धाकड़ ने बताया कि करीब 20 पर्यटकों को ले जा रहा कैंटर बीच पानी में रूक गया था। पर्यटकों को एक अन्य कैंटर में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
मौसम केन्द्र के अनुसार मंगलवार सुबह से शाम साढ़े पांच बजे तक चूरू में 71 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई है। इसके बाद अजमेर में 34.6 मिमी, माउंट आबू में 33 मिमी, चित्तोडगढ़ में 13 मिमी, डूंगरपुर में 11.5 मिमी, धौलपुर में 10 मिमी, पिलानी में 9 मिमी और डबोक (उदयपुर) में 7.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भारी बारिश, बस्तर में बाढ़ जैसे हालात : छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में रविवार से भारी बारिश होने के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। राज्य के दक्षिण क्षेत्र के बस्तर संभाग में जिला प्रशासन को बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए सतर्क रहने के लिए कहा गया है तथा राहत उपाय शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले इस मानसून के दौरान बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। जिलों में मूसलाधार बारिश जारी है तथा कई छोटी नदी और नाले उफान पर हैं। क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
उन्होंने बताया कि बस्तर क्षेत्र के निवासी तथा राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप ने सोमवार को इन चार जिलों के कलेक्टरों और राजस्व अधिकारियों से प्रभावित इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन के सभी उपायों के साथ तैयार रहने को कहा है।
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में भारी बारिश हुई है जहां कई घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि मंत्री ने अधिकारियों को सभी जिला मुख्यालयों और तहसीलों में आपदा प्रबंधन केंद्रों को 24 घंटे सक्रिय रखने और बरसात के मौसम में मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय करने का भी निर्देश दिया है। अधिकारियों को बांधों व जलाशयों में जल स्तर की नियमित निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 100 से अधिक गांव जिला मुख्यालयों से कट गए हैं तथा इन स्थानों पर दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। उनके मुताबिक, बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस कर्मियों के दलों को तैनात किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण सुकमा जिले में कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है जहां राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर कई जगहों पर सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है। जिला प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त सड़कों को पार करने में लोगों की सहायता के लिए होमगार्ड के जवानों को मोटर बोट के साथ तैनात किया है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ ग्रस्त चिंतलनार गांव के निवासियों को सोमवार को होमगार्ड के जवानों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अधिकारी ने बताया कि दंतेवाड़ा में, दंतेवाड़ा-कटेकल्याण, दंतेवाड़ा-सुकमा और दंतेवाड़ा-बीजापुर सड़कों पर परिवहन बाधित हो गया है, क्योंकि इन मार्गों पर पुलिया और नालों के ऊपर पानी बह रहा है।
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, राज्य पुलिस और होमगार्ड के जवान बचाव कार्य में लगे हुए हैं तथा पिछले कुछ दिनों से अन्य जिले रायपुर, कबीरधाम, बालोद और राजनांदगांव में भी भारी बारिश हुई है। अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अधिकारियों के साथ सहसपुर लोहारा विकासखंड के खोलवा और सिंघनपुरी गांवों का दौरा किया। शर्मा ने स्थिति का जायजा लिया और कलेक्टर को राहत तथा बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
इस बीच, रायपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को पूर्वानुमान जताया कि अगले 24 घंटे में राज्य के मुंगेली, बालोद, कबीरधाम, राजनांदगांव और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है जबकि दुर्ग, बेमेतरा, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और बीजापुर जिलों में भारी बारिश हो सकती है। (एजेंसियां)
Edited By : Chetan Gour