नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को भारी बारिश हुई जिससे शहर के निचले इलाकों में जलजमाव हो गया और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। स्थानीय लोगों ने घरों में घुसते बारिश के पानी और सड़कों पर फंसे हुए वाहनों की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। दूसरी ओर असम में बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। वहीं सैलाब के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई और 24 जिलों के 24.19 लाख लोग इससे प्रभावित हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार और बुधवार को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पुर्वानुमान जताया था। विभाग के अनुसार, इसके बाद बारिश की तीव्रता और वितरण में कमी आने की संभावना है।रविवार को शहर में भारी बारिश से मची तबाही के कारण चार लोगों की मौत हो गई।
उत्तरी दिल्ली में तेज हवाओं के साथ बारिश होने से दस पेड़ जड़ से उखड़ गए। सफदरजंग, लोधी रोड, पालम और रिज मौसम स्टेशनों में क्रमशः 24.8 मिमी, 28.5 मिमी, 23 मिमी और 17 मिमी वर्षा दर्ज की गई। दिल्ली यातायात पुलिस के मुताबिक सराए काले खां, आश्रम और आईटीओ पर जलभराव से यातायात प्रभावित हुआ।
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत में अगले दो से तीन दिन में बंगाल की खाड़ी से आने वाली आर्द्र पूर्वी हवाओं और अरब सागर से आने वाली दक्षिण पश्चिमी हवाओं का मेल होता रहेगा। इस बीच यहां मानसून भी सक्रिय है। इन दो कारकों से दिल्ली-एनसीआर में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
असम में बाढ़ से मृतकों की संख्या 87 हुई, बिहार में भी आया सैलाब : असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। नेपाल में गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मंगलवार को बिहार के उत्तरी इलाकों में सैलाब आ गया।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि बल ने मानसून की ऋतु में बाढ़ और भारी बारिश की स्थिति से निपटने के लिए 20 राज्यों में 122 टीमों को तैनात किया है। सर्वाधिक 19 टीमें बिहार में और असम में 12 टीमें तैनात की गई हैं।
एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि असम में बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। वहीं सैलाब के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई और 24 जिलों के 24.19 लाख लोग इससे प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, एक व्यक्ति की नगांव जिले में मौत हुई है जबकि दूसरे की मोरीगांव में जान चली गई।
उसने बताया कि बारिश और बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन की वजह से 26 लोगों की मौत हुई है। उधर, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि राज्य के पश्चिम गारो हिल्स जिले में बाढ़ में चार बच्चों और एक महिला की मौत हो गई है और 1.52 लाख लोग प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए चार लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया।
नेपाल में गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मिकीनगर बैराज से पानी छोड़ना पड़ा, जिस वजह से उत्तरी बिहार के इलाकों में बाढ़ आ गई। आपदा प्रबंधन विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि गंगा को छोड़ कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं और बाढ़ के पानी ने आठ जिलों के करीब चार लाख लोगों को प्रभावित किया है।
अधिकारी ने बताया कि राज्य के चार जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई।अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को भारी बारिश हुई जिसके बाद शहर के निचले इलाकों में जलजमाव हो गया और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
स्थानीय लोगों ने घरों में घुसते बारिश के पानी और पानी से भरी हुई सड़कों पर फंसे हुए वाहनों की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में सफदरजंग और लोधी रोड मौसम केंद्रों में लगभग 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। शहर में रविवार को हुई भारी बारिश में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई थी।
आईएमडी ने बताया कि हरियाणा और पंजाब के भी कई इलाकों में बरसात हुई। इस वजह से अधिकतम तापमान में काफी गिरावट आई। विभाग ने कहा कि दोनों राज्यों के कुछ स्थानों पर अगले दो दिनों में बारिश या गरज के साथ वर्षा की संभावना है। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। विभाग ने मंगलवार को बताया कि इस दौरान महाराजगंज में 12 सेंटीमीटर दर्ज की गई है।(भाषा)