weather updates : हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त है। वहीं, उत्तरप्रदेश, बिहार, ओडिशा जैसे मैदानी राज्यों में नदियां उफान पर हैं, सड़कों पर जलभराव हुआ है। भारतीय मौसम विभाग ने आज देश के 11 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक, अगले सप्ताह भी पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में लोगों को बारिश से जूझना पड़ेगा। यहां मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
अगले सप्ताह कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और गुजरात राज्य के कई इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 15 सितंबर को झारखंड, छत्तीसगढ़ और 16 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश, 17 और 18 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को कहा कि गंगीय पश्चिम बंगाल और इससे सटे बांग्लादेश पर एक गहरा दबाव बना हुआ है। इस दबाव के कारण रविवार को झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा असम और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के लिए आज रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों पर शनिवार को बहुत भारी बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार में भी जमकर बारिश हुई।
क्या है ओडिशा का हाल : पश्चिम बंगाल से सटे उत्तरी ओडिशा के जिलों में शनिवार को भारी बारिश हुई। इस बीच आईएमडी ने आज भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, अंगुल और ढेंकनाल जिलों में कुछ स्थानों पर 7-20 सेमी की अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। इस अवधि के दौरान देवगढ़, सुंदरगढ़, जगतसिंहपुर, कटक, नयागढ़, बौध, संबलपुर, कालाहांडी, कंधमाल, रायगढ़, गंजम, गजपति और नबरंगपुर जिलों में कुछ स्थानों पर 7-11 सेमी की भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। मछुआरों को 16 सितंबर की सुबह तक उत्तर बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटों पर तथा उसके आसपास जाने से बचने की सलाह दी गई है।
हिमाचल में 42 सड़कें बंद : हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने के कारण शनिवार को कुल 42 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दी गईं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, बारिश, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण शिमला में सबसे अधिक 18 सड़कें बंद रहीं, जबकि कांगड़ा में 10, मंडी में नौ, कुल्लू में तीन और बिलासपुर तथा सिरमौर जिलों में एक-एक सड़क बंद हुई।
एसईओसी ने बताया कि राज्य में बारिश के कारण बिजली और जलापूर्ति की 53 योजनाएं प्रभावित हुई हैं। हिमाचल में 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से अब तक राज्य में 561.8 मिमी बारिश हुई है, जो 686.5 मिमी औसत वर्षा के मुकाबले 18 प्रतिशत कम है। बारिश के कारण राज्य को 1,327 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
उत्तराखंड में 4 लोगों की मौत : उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश के कारण 4 लोगों की मौत हो गई और 2 अन्य लोग लापता हो गए जबकि जगह-जगह भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 478 सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हो गईं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कुमाऊं क्षेत्र के हल्द्वानी में 337 मिलीमीटर, नैनीताल में 248 मिमी, चंपावत में 180 मिमी, चोरगलिया में 149 मिमी, रुद्रपुर में 127 मिमी, धारी में 105 मिमी, कालाढूंगी में 97 मिमी, पिथौरागढ़ में 93 मिमी, जागेश्वर में 89.50 मिमी, किच्छा में 85 मिमी, सीतलाखेत में 75.5 मिमी, कनालीछीना में 75 मिमी, बनबसा में 71 मिमी, सल्ट में 66.5 मिमी, सितारगंज में 66 मिमी और अल्मोड़ा में 60 मिमी बारिश दर्ज की गई।
Edited by : Nrapendra Gupta