श्रीनगर के अस्पताल में आतंकी हमला, दो आतंकी फरार
श्रीनगर। आतंकियों ने अपने साथी आतंकी को छुड़ाने की खातिर मंगलवार को श्रीनगर के महाराजा हरिसिंह अस्पताल पर हमला कर पाकिस्तानी आतंकी नावेद को छुड़ा लिया। हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस बीच, नावेद भी पुलिस की गिरफ्त से भागने में सफल रहा। सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर तलाशी अभियान चलाया है। घटना सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे की है।
जानकारी के मुताबिक, कुछ पुलिस के जवान सेंट्रल जेल से छह कैदियों को जांच के लिए एसएमएचएस अस्पताल की इमरजेंसी में लाए थे। इनमें दो आतंकी भी शामिल थे। अचानक गोलियां चलने की आवाज हुई, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान एक की अस्पताल में मौत हो गई। बाद में दूसरे पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिस वक्त आतंकियों ने फायरिंग की उस वक्त पुलिस एक पाकिस्तानी कैदी नावेद जट्ट उर्फ अबु हंजुला समेत अन्य पांच कैदियों को लेकर जा रही थी। फायरिंग के कारण पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और पुलिस का ध्यान कैदी पर से हट गया। पुलिस का ध्यान भटकने के साथ ही कैदी ने पुलिस से हथियार छीनकर फायरिंग करनी शुरू कर दी और मौका पाकर वहां से फरार हो गया। साथ ही फायरिंग के बाद आतंकी भी भाग गए।
साल 2015 में पुलिस ने लश्कर के आतंकी नावेद को हिरासत में लिया था। मंगलवार को पुलिस उसे जांच के लिए लाई थी। वहां पर पहले से ही दो से तीन आतंकी छुपे हुए थे, जो कि उसे छुड़ाने के लिए आए हुए थे। उन्होंने पुलिस कर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। वहीं, नावेद ने पुलिस कर्मी से ही उसकी राइफल छीन ली और गोली चलाकर भाग गया। जब तक पुलिस संभल पाती, गिरफ्तार आतंकी नावेद और हमलावर आतंकी वहां से भाग गए।
श्रीनगर एसएसपी इम्तियाज इस्माइल ने बताया कि छह कैदियों को पुलिस सेंट्रल जेल से लेकर आ रही थी। उन सभी कैदियों में से एक ने पुलिस से हथियार छीना और प्रोटेक्शन पार्टी पर फायरिंग कर दी। कैदी का नाम नावेद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक नावेद लश्कर का आतंकी है। उसकी गिरफ्तारी साल 2014 में शोपियां से की गई थी और वह सेंट्रल जेल में बंद था।
भगोड़े दोनों आतंकवादी श्रीनगर के सेंट्रल जेल में बंद थे जहां से रेगुलर चेकअप के लिए उन्हें अस्पताल लाया गया था। उनके साथ दो पुलिसकर्मी भी आए थे। आतंकियों ने भागते समय अस्पताल के बाहर पुलिस चौकी पर फायरिंग भी की। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
वहीं, सुरक्षाबलों ने पूरे अस्पताल को घेरे में ले लिया है और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस को शक है कि फरार आतंकी इसी क्षेत्र में हो सकते हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फरार नावेद लश्कर के वसीम गुट का है और 2014 के चुनावों में नागबल में उसने एक शिक्षक की हत्या भी की थी। उसने एक एएसआई की भी हत्या की थी। वह अन्य कई हमलों में भी शामिल था।