धूल भरी आंधी से जहरीली हुई दिल्ली की हवा, भारी बारिश से त्रिपुरा-मणिपुर में बाढ़
नई दिल्ली। भारी बारिश के चलते जहां त्रिपुरा और मणिपुर में बाढ़ आने से हजारों लोग बेघर हो गए। वहीं, उत्तर भारत आज भी लू से तपता रहा और राष्ट्रीय राजधानी में धूल भरी गर्म हवाओं के कारण वायु के गुणवत्ता स्तर में गिरावट दर्ज की गई।
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को भी मौसम काफी गर्म रहा जहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश : 41.2 डिग्री सेल्सियस और 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
‘केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड’ के आंकड़ों के अनुसार पीएम 10 का स्तर खतरे के निशान से बेहद अधिक दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर में यह 778 और विशेषकर दिल्ली में 824 दर्ज किया गया।
ईरान-दक्षिण अफगानिस्तान की तरफ से धूल भरी हवाएं 20 हजार फीट की ऊंचाई से राजस्थान से होते हुए दिल्ली में दस्तक दे रही हैं। इससे वातावरण में धूल छा गई है। अगले 4 दिन ऐसे ही रहेंगे दिल्ली में हालात रहेंगे। मौसम विभाग के अनुसार 17 जून को बारिश हो सकती है। इसके बाद ही धूल और प्रदूषण से राहत मिल सकती है।
पूर्वोत्तर में भारी बारिश के कारण अकेले त्रिपुरा में ही पिछले 24 घंटे में 3500 परिवार बेघर हो गए। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह से पश्चिमी त्रिपुरा के सदर उप - क्षेत्र में 500 से अधिक परिवारों के मकान बाढ़ में डूब जाने के कारण उन्हें छह राहत शिविरों में ले जाया गया।
राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 3500 परिवारों को 89 राहत शिविरों में ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण इम्फाल घाटी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं, पूर्वी इम्फाल, पश्चिमी इम्फाल, थौबल और बिष्णुपुर लगभग डूब गए।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण असम के 222 गांवों में 1,48,912 लोग प्रभावित हुए हैं। नाधर क्षेत्र में लोंगाई नदी से पानी बाहर आने के कारण करीमगंज की बराक घाटी सबसे अधिक प्रभावित हुई है।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने जिले से 124 लोगों को निकाला है। अधिकारियों ने 71 राहत शिविर सक्रिय कर दिए हैं।
मौसम विभाग ने मेघालय और असम में और बारिश होने के साथ ही नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग - अलग इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
मौसम विभाग ने कहा कि पंजाब में बुधवार को भी लू चली जहां पटियाला में तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पटियाला का इस मौसम का सबसे गर्म दिन था।
मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान का चुरू सबसे गर्म प्रदेश रहा जहां न्यूनतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश के निचले इलाकों में तापमान एक डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। शिवालिक तलहटी में उना शहर में तापमान सबसे अधिक 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हालांकि कुछ इलाकों में बारिश भी हुई। सालोनी में 31 मिमी, छत्री में 16 मिमी, चंबा 6 मिमी और धर्मशाला और जोगिन्द्रनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जम्मू - कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में अधिकतम तापमान 4.3 डिग्री अधिक 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को गर्म हवाओं के कम होने के साथ ही जम्मू क्षेत्र के अधिकतर हिस्सों में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान लगाया है।