देश में तानाशाही की हुई शुरुआत, संविधान के लिए बहुत खतरनाक : संजय सिंह
Sanjay Singh's statement regarding the central government : तिहाड़ जेल से रिहा होने के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित हनुमान मंदिर में पूजा की और कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना की है।
हमें इसके खिलाफ लड़ने की जरूरत : उन्होंने राजघाट पर महात्मा गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने राजघाट पर कहा कि जिस तरह से दिल्ली और झारखंड के मुख्यमंत्रियों को जेल भेजा गया, वह देश में 'तानाशाही' की शुरुआत है। उन्होंने कहा, वे (केंद्र सरकार) अन्य मुख्यमंत्रियों को जेल भेजने की तैयारी कर रहे हैं। यह देश में लोकतंत्र और संविधान के लिए बहुत खतरनाक है और हमें इसके खिलाफ लड़ने की जरूरत है।
आजादी के 77 साल बाद अब वही स्थिति पैदा हो गई : उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी क्योंकि उस समय बोलने और सम्मान के साथ जीने की आजादी नहीं थी। उन्होंने दावा किया कि आजादी के 77 साल बाद अब वही स्थिति पैदा हो गई है। राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा, मैं यहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने और उनका आशीर्वाद लेने आया हूं। सिंह ने कहा, मैंने इस सरकार को सदबुद्धि देने के लिए प्रार्थना की ताकि वह देश में लोगों की आजादी, लोकतंत्र और संविधान के साथ खिलवाड़ करना बंद कर दे।
सिंह को अब रद्द की जा चुकी दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को जमानत दे दी थी, जिसके बाद उन्हें तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया। सिंह ने मंदिर में पूजा करने के बाद कहा, भगवान हनुमान के आशीर्वाद से मुझे जमानत मिल गई। मैं अपनी पत्नी के साथ यहां हनुमान जी का दर्शन करने आया हूं।
संजय सिंह की पत्नी अनीता ने अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता से मुलाकात की : सिंह ने कहा, मैंने आप के अन्य नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के जल्द जेल से बाहर आने के लिए प्रार्थना की है। बुधवार को तिहाड़ से रिहा होने के बाद सिंह और उनकी पत्नी अनीता ने केजरीवाल की पत्नी सुनीता से उनके आवास पर मुलाकात की। गुरुवार को वह जेल में बंद आप नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के परिवारों से भी मुलाकात करेंगे।
उन्होंने अपने आवास से बाहर निकलते समय कहा, आप कार्यकर्ताओं के बीच कल रात का उत्साह यह दर्शाता है कि वर्तमान स्थिति में जब अन्याय और अत्याचार की सभी सीमाएं पार हो गई हैं और एक तानाशाही सरकार ने एक मुख्यमंत्री को सलाखों के पीछे डाल दिया है, जिसे दिल्ली के दो करोड़ लोगों द्वारा चुना गया था, आप के सभी मंत्री, विधायक और पदाधिकारी अपने नेता अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour