साध्वी प्रज्ञा ने सिंहस्थ में लगाई डुबकी
उज्जैन ( मप्र)। वर्ष 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में एनआईए द्वारा हाल ही आरोप मुक्त की गई साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने यहां चल रहे सिंहस्थ कुंभ में गुरुवार को क्षिप्रा नदी में पवित्र स्नान किया।
साध्वी प्रज्ञा के सहायक भगवान झा ने बताया कि साध्वी ने रामघाट पर पवित्र क्षिप्रा में स्नान किया। प्रशासन द्वारा सिंहस्थ कुंभ में साध्वी को यहां भेजे जाने के बाद कल साध्वी ने अपनी दो दिन पुरानी भूख हड़ताल यहां विश्व हिन्दू परिषद के वंदेमातरम आश्रम में एक बच्चे के हाथ से फलों का रस पीकर तोड़ी थी।
गौरतलब है कि उज्जैन में 21 मई तक चलने वाले एक माह के सिंहस्थ कुंभ में भाग लेने के लिए देवास अदालत से इजाजत मिलने के बावजूद नहीं जाने दिए जाने की वजह से भोपाल के खुशीराम शर्मा आयुर्वेदिक अस्पताल में साध्वी ने गत सोमवार से अनिश्चतकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी।
साध्वी प्रज्ञा कल शाम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भोपाल से सड़क मार्ग के जरिए उज्जैन पहुंची हैं। उल्लेखनीय है कि देवास जिला अदालत ने दो दिन पहले ही साध्वी प्रज्ञा के वकील की दलील पर संबंधित अधिकारियों को प्रज्ञा क्षिप्रा नदी में नहाने को लेकर 21 मई तक कुंभ समाप्त होने से पहले व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए थे।
झा ने कहा कि इससे पहले गत चार मई को देवास अदालत ने कुंभ जाकर पूजा करने की इजाजत मांगने संबंधी आवेदन मंजूर कर लिया था। एनआईए ने मालेगांव विस्फोट प्रकरण में साध्वी प्रज्ञा और पांच अन्य के खिलाफ आरोप वापस लेने के साथ ही कठोर मकोका कानून को भी सभी दस आरोपियों से हटा लिया था।
यह भी उल्लेखनीय है कि 29 सितंबर 2008 को हुए बम विस्फोट में सात लोग मारे गए थे। देवास अदालत में ही साध्वी प्रज्ञा पर आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की 2007 में हुई हत्या का कथित मास्टरमाइंड होने के आरोप में भी सुनवाई चल रही है। (भाषा)