शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. RSS chief Mohan Bhagwat saw film 'Samrat Prithviraj'
Written By
Last Updated : शुक्रवार, 3 जून 2022 (23:39 IST)

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने देखी 'सम्राट पृथ्वीराज', फिल्म को बताया विश्व स्तरीय

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने देखी 'सम्राट पृथ्वीराज', फिल्म को बताया विश्व स्तरीय - RSS chief Mohan Bhagwat saw film 'Samrat Prithviraj'
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को 'सम्राट पृथ्वीराज' फिल्म देखी और कहा कि 'अब हम इतिहास को भारत के दृष्टिकोण से देख रहे हैं। उन्होंने अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर अभिनीत इस फिल्म को 'विश्व स्तरीय' बताया।
 
आरएसएस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ फिल्म देखने के बाद भागवत ने कहा कि यह तथ्य-आधारित फिल्म है और यह सही संदेश देती है, जिसकी आज देश को आवश्यकता है। हम दूसरों के द्वारा लिखे गए अपने इतिहास को पढ़ते थे। अब हम इतिहास को भारत के नजरिए से देख रहे हैं।
 
फिल्म के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी संघ से जुड़े संस्कार भारती के साथ मिलकर काम करते हैं। भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड ने पहले ही इस फिल्म को कर-मुक्त घोषित कर दिया है।
 
इतिहास पर फिल्म बनाना चुनौतीपूर्ण कार्य : ‘सम्राट पृथ्वीराज’ के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी का कहना है कि इतिहास पर फिल्म बनाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है और वह कोशिश करते हैं कि ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़े-मरोड़े बिना अपनी कल्पना से कहानी को मनोरंजन परक बनाया जा सके।
द्विवेदी ने विशेष साक्षात्कार में कहा कि किसी को भी इतिहास और उससे जुड़े तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर अथवा विकृत रूप में प्रस्तुत नहीं करना चाहिए। ऐतिहासिक घटनाओं को लेकर जहां भी इतिहास मौन रहता है, मैं उन किस्सों को ढूंढता हूं और उनका विस्तार करता हूं। यही एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहां मैं अपनी कल्पना का उपयोग करता हूं और यही प्रत्येक लेखक करता है।
 
उन्होंने कहा कि मैं ऐतिहासिक तथ्यों को दरकिनार नहीं करता हूं। मैं ऐसा कुछ नहीं करता जो प्रामाणिकता और इतिहास के खिलाफ हो। निर्देशक ने कहा कि दर्शकों के लिए नई-नई कहानियों पर फिल्म बनाने में उन्हें आनंद आता है। मैं इतिहास और ऐतिहासिक विषयों पर फिल्म बनाने के कार्य को एक चुनौती के रूप में देखता हूं।
 
उन्होंने कहा कि मेरा जन्म 1960 में हुआ था। मैंने 1947 या उससे पहले का भारत नहीं देखा है। इस फिल्म के जरिए हमने 12वीं सदी के भारत को फिर से प्रदर्शित करने की कोशिश की है।
ये भी पढ़ें
भारतीय-अमेरिकी हरिणी लोगान ने अमेरिका में रचा इतिहास, 90 सेकंड में बताई 21 शब्दों की सही स्पेलिंग