Talks between Narendra Modi and Pedro Sanchez: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि स्पेन के उनके समकक्ष पेड्रो सांचेज की भारत यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया है। सांचेज ने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे के पूरक हैं और स्पेन इस शानदार सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर है। दोनों नेताओं ने गुजरात के वडोदरा शहर में लक्ष्मी विलास पैलेस के दरबार हॉल में द्विपक्षीय वार्ता की। स्पेन के पीएम सांचेज का यह पहला भारत दौरा है।
मोदी ने कहा कि सांचेज की यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों में नई ऊर्जा और उत्साह भर दिया है। इससे पहले, दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत में सी-295 सैन्य विमान के निर्माण के लिए वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड (टीएएसएल)-एयरबस सुविधा का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
वडोदरा संयंत्र में बनेंगे 40 विमान : समझौते के तहत वडोदरा संयंत्र में 40 विमान बनाए जाएंगे, जबकि विमानन क्षेत्र की बड़ी कंपनी एयरबस सीधे 16 विमान उपलब्ध कराएगी। टीएएसएल भारत में इस तरह 40 विमानों को बनाने के लिए जिम्मेदार होगा। मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता के दौरान अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा कि आज सी-295 (विमान) संयंत्र के उद्घाटन के साथ ही हमारी साझेदारी का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। हमारी साझेदारी सदियों पुरानी है। लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे मूल्यों में साझा विश्वास हमें एक साथ बांधता है।
उन्होंने कहा कि भारत और स्पेन के बीच अर्थव्यवस्था, रक्षा, फार्मा, आईटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों में मजबूत सहयोग है और दोनों देश वैश्विक शांति, समृद्धि और सहयोग पर जोर देते हैं। मोदी ने कहा कि लोगों का संपर्क हमारे संबंधों के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है। भारतीय युवा प्रतिभा स्पेन के हरित और डिजिटल बदलाव में योगदान दे रही है।
बार्सिलोना में वाणिज्य दूतावास : उन्होंने कहा कि लोगों के बीच बढ़ते संबंधों को देखते हुए भारत ने इस साल बार्सिलोना में अपना नया वाणिज्य दूतावास खोला है और बेंगलुरू में नया वाणिज्य दूतावास खोलने के स्पेन के फैसले का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारी आज की बातचीत हमारी साझेदारी को अधिक गतिशील और बहुआयामी बनाने में योगदान देगी।
सांचेज ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा कि उनकी यात्रा भारत और स्पेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी, क्योंकि दोनों देशों का दुनिया में अपना एक प्रभाव है। एक आवाज और प्रभाव, जो हमारे देशों के साथ मिलकर काम करने पर कई गुना बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की भी खुशी है कि आज हम एक महत्वाकांक्षी संयुक्त घोषणा का समर्थन कर रहे हैं जिसमें हमारे सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों को शामिल किया गया है। हम निवेश, रेलवे, सीमा शुल्क, सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने का जश्न मना रहे हैं और हम उन मुद्दों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं जो हमारे संबंधों की समृद्धि और गहराई को दर्शाते हैं।
दोनों देश एक दूसरे के पूरक : सांचेज ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि दोनों देशों के बीच सहयोग कई अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि 2026 में संस्कृति, पर्यटन और कृत्रिम मेधा के लिए स्पेन-भारत वर्ष के जश्न को देखते हुए इसे और मजबूती मिलेगी। स्पेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश एक दूसरे के पूरक हैं। भारत न केवल हिंद-प्रशांत में बल्कि व्यापक संदर्भ में भी एक प्रमुख भूमिका निभाता है। स्पेन लैटिन अमेरिका के साथ विशेषाधिकार प्राप्त संबंध, मध्य पूर्व में ऐतिहासिक संबंध, अफ्रीका में उपस्थिति में हुई वृद्धि और यूरोपीय संघ में एक अग्रणी आवाज है।
उन्होंने कहा कि यह भूराजनीतिक ढांचा दोनों देशों को विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंचने और करीबी और अधिक उत्पादक संबंध विकसित करने के कई अवसर प्रदान करता है। सांचेज ने कहा कि भारत और स्पेन कई लक्ष्यों को साझा करते हैं, विशेष रूप से बहुपक्षीय व्यवस्था को मजबूत करने और दुनिया भर में शांति और लोकतंत्र को संरक्षित करने में। हम उन लक्ष्यों पर एक साथ काम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
मोदी और सांचेज का रोड शो : उन्होंने कहा कि जलवायु आपातकाल, गरीबी और असमानता के खिलाफ लड़ाई जैसी चुनौतियों के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय कारकों के प्रयास और राजनीतिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों का सामना करने के लिए भारत का प्रभाव और नेतृत्व आवश्यक है और यही स्पेन की प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी, हम अपने शानदार सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं। इससे पहले सुबह में दोनों नेताओं ने वडोदरा में हवाई अड्डे से टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड तक 2.5 किलोमीटर के मार्ग पर एक रोड शो का नेतृत्व किया। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala