राजनाथ की चीन को संयम बरतने की सीख, आतंकवाद को बताया सबसे बड़ा अभिशाप
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को आसियान देशों के रक्षामंत्रियों की वर्चुअल बैठक में चीन का नाम लिए बिना कहा कि सभी सदस्य देशों को संयम बरतना चाहिए और कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे स्थिति जटिल बन जाए। चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में पिछले 6 महीने से भी अधिक समय से चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच सिंह ने गुरुवार को वर्चुअल संवाद के दौरान चीनी रक्षामंत्री की मौजूदगी में यह बात कही।
सिंह ने वियतनाम के हनोई में आयोजित आसियान देशों के रक्षामंत्रियों की 14वीं बैठक में कहा कि परस्पर विश्वास तथा भरोसा बढ़ाते हुए जब हम अपनी गतिविधियों में संयम बरतते हैं और इस तरह की कार्रवाई से बचते हैं जिससे स्थिति जटिल बन सकती है तो हमें क्षेत्र में लंबे समय तक शांति बनाए रखने में सफलता मिलेगी। इस बैठक में 10 आसियान देशों के साथ-साथ 8 सहयोगी देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। एडीडीएम प्लस मंच की यह 10वीं बैठक थी।
इस मौके पर एक विशेष आयोजन भी किया गया जिसमें वियतनाम के प्रधानमंत्री नयूएन जुआन और रक्षामंत्री ने हिस्सा लिया। सिंह ने इस विशेष सत्र को भी संबोधित किया। रक्षामंत्री ने कहा कि आतंकवाद क्षेत्र और दुनिया के लिए एक बड़ा अभिशाप है। आतंकवाद को समर्थन देने तथा उसे आश्रय देने वाला तंत्र भारत के पड़ोस सहित अन्य जगहों पर अभी भी मौजूद है। उन्होंने आतंकवाद से जोरदार तरीके से मिलकर लड़ने की मजबूत प्रतिबद्धता का आह्वान करते हुए अंतरराष्ट्रीय तंत्र को मजबूत करने की जरूरत पर बल दिया। (वार्ता)