- पिछले 10 साल के अन्याय काल के खिलाफ निकाली जा रही यात्रा
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67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी यात्रा
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6700 किलोमीटर की होगी यह यात्रा
Bharat Jodo Nyay Yatra : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की जिसके जरिए पार्टी का प्रयास होगा कि लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को विमर्श के केंद्रबिंदु में लाए जाए। राहुल ने कहा कि देशवासी भारी अन्याय का सामना कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई। मार्च के तीसरे सप्ताह में मुंबई में यात्रा का समापन होगा। इंफाल के बोथल से बस के जरिए यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाली जा रही है क्योंकि देशवासी भारी अन्याय का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का लक्ष्य एक ऐसे भविष्य का दृष्टिकोण पेश करना है जो सद्भावना, समान भागीदारी और भाईचारे से भरा हो।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यात्रा शुरू करने से पहले खोंगजोम युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। राहुल गांधी ने कहा, 2004 से राजनीति में हूं। पहली बार हिंदुस्तान के एक प्रदेश गया हूं जहां पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। जिसे आप मणिपुर कहते थे, वो अब रहा ही नहीं।
उन्होंने दावा किया, देश के प्रधानमंत्री आज तक यहां लोगों के आंसू पोंछने, हाथ पकड़ने नहीं आए। शायद भाजपा, आरएसएस के लिए मणिपुर देश का हिस्सा नहीं है। कांग्रेस की यात्रा शुरू करने के लिए राज्य का चुनाव किए जाने का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, सवाल उठा था कि यात्रा शुरू कहां से होनी चाहिए? मैंने साफ कहा कि यह यात्रा मणिपुर से ही शुरू होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में जो हुआ वो भाजपा, आरएसएस की नफरत की राजनीति का प्रतीक है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में तानाशाही चलाई जा रही है और भाजपा लोकतंत्र को खत्म करने में जुटी है। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को हरी झंडी दिखाने से पहले उन्होंने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर वोट मांगने तो आए थे, लेकिन राज्य के लोग जब हिंसा के कारण मुश्किल में आए तो वह नजर नहीं आए।
उनका कहना था कि राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के जरिए ऊंची उड़ान का हौसला बनाया है। खरगे ने कहा कि राहुल गांधी चार सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व के लिए लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के अपने सहयोगी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है और उसे उम्मीद है कि विभिन्न राज्यों में इस गठबंधन से जुड़े दलों के प्रमुख नेता यात्रा का हिस्सा बनेंगे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, जब पंडित नेहरू पहली बार मणिपुर आए थे तब उन्होंने इसे भारत का गहना बताया था। यही बात इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी कही थी। यह मणिपुर की वह भूमि है, जो आजादी के लिए लड़ी।
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी चार सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व के लिए लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के अपने सहयोगी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है और उसे उम्मीद है कि विभिन्न राज्यों में इस गठबंधन से जुड़े दलों के प्रमुख नेता यात्रा का हिस्सा बनेंगे।
कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान लगभग 6,700 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। यात्रा ज्यादातर बस से होगी, लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी।
दानिश अली भी यात्रा में शामिल : बसपा से निलंबित लोकसभा सदस्य दानिश अली रविवार को 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने के वास्ते इंफाल पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह इस यात्रा का हिस्सा बनना अपना फर्ज समझते हैं क्योंकि राहुल गांधी की यह पहल कमजोर लोगों को न्याय दिलाने और भारतवासियों को जोड़ने के लिए है। अली को बीते नौ दिसंबर को बसपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया था।
चुनावी नहीं वैचारिक यात्रा : इससे पहले कांग्रेस ने शनिवार को कहा था कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' चुनावी नहीं, बल्कि वैचारिक यात्रा है तथा यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पिछले 10 साल के अन्याय काल के खिलाफ निकाली जा रही है।
खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि : 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने थोबल में खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। यह एक ऐतिहासिक स्मारक है, जिसका उद्घाटन 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया था।
यात्रा के दौरान राहुल गांधी हर दिन दो सभाओं को संबोधित करेंगे। इसके अलावा, वे हर दिन समाज के विभिन्न वर्गों के 20 से 25 लोगों से मिलेंगे। वह सामाजिक संगठनों के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे। अगले 11 दिन के दौरान यात्रा पूर्वोत्तर भारत के पांच राज्यों से होकर गुजरेगी।
यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। भाजपा और आरएसएस की विचारधारा नफरत वाली है। हम जनता के मन की बात सुनना चाहते हैं। भाजपा के लिए मणिपुर देश का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी का लक्ष्य एक ऐसे भविष्य का दृष्टिकोण पेश करना है जो सद्भावना, समान भागीदारी और भाईचारे से भरा हो। उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में जो हुआ वो भाजपा, आरएसएस की नफरत की राजनीति का प्रतीक है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सात सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। उनकी 136 दिन की इस पदयात्रा में 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 75 जिलों और 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4,081 किलोमीटर की दूरी तय की गई थी। (एजेंसियां) फोटो सौजन्य : सोशल मीडिया
Edited by Chetan Gour