AI एक्सपर्ट्स से मिले राहुल गांधी, फोन टैपिंग को लेकर साधा मोदी सरकार पर निशाना
Rahul Gandhi news : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिलिकॉन वैली के स्टार्टअप उद्यमियों और AI एक्सपर्ट्स के साथ बातचीत की। पेगासस स्पाइवेयर और इसी तरह की तकनीक के मुद्दे पर राहुल ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि वह इसको लेकर चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा एक समय था जब उन्हें पता था कि उनका फोन टैप किया जा रहा है और उन्होंने अपने आईफोन (मोबाइल) पर मजाक में कहा, 'हैलो ! मिस्टर मोदी।'
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा और भारत से राहुल के साथ यात्रा कर रहे कुछ अन्य प्रमुख सहयोगियों के साथ प्लग एंड प्ले सभागार की अग्रिम पंक्ति में राहुल बैठे थे और इस दौरान वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बिग डेटा, मशीन लर्निंग के विभिन्न पहलुओं और मानव जाति पर उनके प्रभाव के साथ ही शासन, सामाजिक कल्याण के उपायों आदि पर चर्चा करते नजर आए।
राहुल ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरा आईफोन टैप किया गया। आपको एक राष्ट्र के रूप में और एक व्यक्ति के रूप में भी डेटा सूचना की गोपनीयता के संबंध में नियम बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर कोई राष्ट्र तय करता है कि वह आपका फोन टैप करना चाहता है, तो इसे कोई रोक नहीं सकता है। यह मेरी समझ है।
राहुल ने दावा किया कि अगर देश फोन टैपिंग में दिलचस्पी रखता है, तो यह लड़ने लायक लड़ाई नहीं है। मुझे लगता है कि मैं जो कुछ भी काम करता हूं, वह सब कुछ सरकार के सामने है।
कैलिफोर्निया के सनीवेल में स्थित प्लग एंड प्ले टेक सेंटर को स्टार्टअप्स का उद्भव स्थल माना जाता है। इसके सीईओ एवं संस्थापक सईद अमिदी के अनुसार, प्लग एंड प्ले में 50 प्रतिशत से अधिक स्टार्टअप के संस्थापक भारतीय या भारतीय अमेरिकी हैं। अमिदी ने कार्यक्रम के बाद पीटीआई-भाषा को बताया कि राहुल की आईटी क्षेत्र में गहरी समझ दिखी और नवीनतम तथा अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में उन्हें काफी कुछ पता है।
अमिदी और फिक्सनिक्स स्टार्टअप के संस्थापक शॉन शंकरन के साथ बातचीत के दौरान राहुल ने तकनीक को भारत के दूरदराज गांवों के लोगों से जोड़ने और उसके प्रभावों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि आप भारत में किसी भी तकनीक का प्रसार करना चाहते हैं, तो आपके पास एक ऐसी प्रणाली होनी चाहिए जहां शक्ति अपेक्षाकृत विकेंद्रीकृत हो।
राहुल ने इसके बाद ड्रोन प्रौद्योगिकी और उसके नियमन के अपने व्यक्तिगत अनुभवों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह नौकरशाही स्तर पर बाधाओं का सामना कर रहा है।
Edited by : Nrapendra Gupta