विवादों के बीच फ्रांस में राफेल की टेस्टिंग, जल्द ही वायुसेना में शामिल करने की तैयारी
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के उच्च अधिकारी एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार ने गुरुवार को फ्रांस में राफेल विमान की टेस्टिंग की। अधिकारी ने राफेल विमान में लगभग 80 मिनट की उड़ान भरी।
नाम्बियार के नेतृत्व में भारतीय वायुसेना की एक टीम इन दिनों फ्रांस में है और राफेल विमानों को एयरफोर्स में शामिल करने की तैयारी कर रही है। नवंबर 2019 से अप्रैल 2022 के बीच राफेल को हासीमारा (पश्चिम बंगाल) और अंबाला (हरियाणा) एयरबेस में शामिल करने की योजना है।
भारत के सभी 32 स्क्वाड्रन पर 18-18 फाइटर प्लेन हैं। वायुसेना की आशंका है कि अगर एयरक्राफ्ट की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो स्क्वाड्रन की संख्या 2022 तक कम होकर 25 ही रह जाएगी और यह देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक होगा।
उल्लेखनीय है कि राफेल को लेकर देश में सियासी पारा गरम है। कांग्रेस ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे में अतिरिक्त तकनीकी विशेषताओं के कारण कीमत में हुई बढ़ोतरी के मोदी सरकार के दावों को गलत बताते हुए कहा है कि इन विमानों में नया कुछ नहीं है और सरकार इसमें हुए 41 हजार करोड़ रुपए के घोटाले पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है।