राफेल डील : UPA की तुलना में मोदी सरकार ने बचाए पैसे, CAG रिपोर्ट पेश
नई दिल्ली। विवादों से घिरे राफेल लड़ाकू विमान सौदे से संबंधित नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट बुधवार को राज्यसभा में पेश कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस सौदे में पूर्व डील की तुलना में पैसे बचाए गए हैं।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सभापति एम. वेंकैया नायडू ने संबंधित मंत्रियों को अपने मंत्रालय से संबंधित कागजात सदन के पटल पर पेश करने को कहा। वित्त राज्यमंत्री पी. राधाकृष्णन ने यह रिपोर्ट ‘भारतीय वायु सेना में पूंजी अधिग्रहण’ से कैग की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी।
जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर पेश होने के बाद नायडू ने सदन को बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत कई दलों के सदस्यों के नोटिस मिले हैं, जिन्हें अस्वीकार कर दिया गया है।
इसके बाद समाजवादी पार्टी के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन की ओर बढ़ने लगे तो सभापति ने लगभग 11 बजकर 20 मिनट पर सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
नए सौदे से हुई 2.86 प्रतिशत की बचत : CAG की राफेल विमान सौदे से जुड़ी बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट में कहा गया है कि नए सौदे से 2.86 प्रतिशत की बचत हुई है। यह रिपोर्ट दो भागों में है। पहले भाग में इस बात का विश्लेषण किया गया है कि संप्रग सरकार के समय शुरू की गई खरीद प्रक्रिया में अंतिम समझौता क्यों नहीं हो सका। दूसरे भाग में मौजूदा सौदे की प्रक्रिया तथा अन्य बातों का विश्लेषण किया गया है।