लगातार रूप बदलकर भाग रहा है अमृतपाल सिंह, पुलिस ने जारी की 7 तस्वीरें
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने शनिवार को कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसके संगठन वारिस पंजाब दे के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। वह 4 दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। इस बीच पुलिस ने अमृतपाल सिंह की 7 तस्वीरें भी जारी कीं, जिनमें कुछ में उसने पगड़ी नहीं पहनी हुई है। अमृतपाल सिंह के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर और गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। उसकी मदद करने के आरोप में अब तक 154 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अमृतपाल शुरू में अपनी मर्सिडीज कार में था, लेकिन बाद में शनिवार को उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान वह एक ब्रेजा कार से भाग निकला। सोशल मीडिया पर सामने आई एक नई तस्वीर में, अमृतपाल को गुलाबी पगड़ी और काला चश्मा पहने बाइक पर पीछे बैठे देखा जा सकता है। इससे संकेत मिला है कि उसने पुलिस की नजरों से बचने के लिए अपना रूप बदलने की कोशिश की। सीसीटीवी फुटेज में उसे बाइक पर बैठे देखा जा सकता है।
मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आए जालंधर टोल प्लाजा के एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में अमृतपाल को ब्रेजा कार में देखा गया है। इस बीच पुलिस ने अलग-अलग पोशाक में अमृतपाल सिंह की सात तस्वीरें भी जारी कीं और लोगों से उसका पता लगाने में मदद करने की अपील की।
भागने में मददगार रहे 4 गिरफ्तार : पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 4 लोगों ने एक एसयूवी में भगोड़े को भागने में मदद की।
पुलिस ने कहा कि इन चार लोगों से पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि अमृतपाल जालंधर के नंगल अंबियन गांव में एक गुरुद्वारे गया था। गिल ने कहा कि वहां उसने (अमृतपाल) अपने कपड़े बदले, शर्ट और पैंट पहनी और दो बाइक पर तीन अन्य लोगों के साथ फरार हो गया।
गिल ने कहा कि मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना, गुरदीप सिंह उर्फ दीपा, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी और गुरभेज सिंह उर्फ भेजा को अमृतपाल सिंह को भगाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एसयूवी को जब्त कर लिया गया है और इसमें .315 बोर की एक राइफल, कुछ तलवारें तथा एक वॉकी-टॉकी सेट मिला है।
पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मोगा जिले के गांव रौके के कुलवंत सिंह राओके और कपूरथला के गुरिंदरपाल सिंह उर्फ गुरी औजला को भी हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक कुल मिलाकर सात लोगों को रासुका के तहत हिरासत में लिया गया है।
गिल ने कहा कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह पर हथियार का डर दिखा जालंधर के उड्डोवाल गांव के सरपंच मनप्रीत सिंह के यहां शरण लेने के लिए एक अलग मामला दर्ज किया गया है। हरजीत सिंह को असम के डिब्रूगढ़ जेल में स्थानांतरित कर दिया गया और हरप्रीत ने जालंधर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
गिल ने कहा कि पंजाब में स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है और मुख्यमंत्री भगवंत मान स्थिति की निगरानी कर रहे हैं तथा पुलिस अधिकारियों से नियमित फीडबैक ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को इस मामले में राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों का पूरा सहयोग मिल रहा है।
Edited by : Nrapendra Gupta