Motion of Thanks in Lok Sabha : विपक्षी दलों ने लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के 400 से अधिक सीटें जीतने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दावे को ''सपना'' करार दिया और दावा किया कि सोमवार को संसद में उनकी “अतिशयोक्तिपूर्ण बयानबाजी” से पता चलता है कि वे दोबारा चुनाव जीतने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया।
उन्होंने विश्वास जताया कि अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव में राजग को 400 से अधिक और भाजपा को कम से कम 370 सीट पर जीत हासिल होगी।
प्रधानमंत्री के संबोधन पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता बिनॉय विश्वम ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह अतिशयोक्तिपूर्ण बयानबाजी ही दिखाती है कि वह जीत को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, वह चुनाव से डरते हैं।”
उन्होंने कहा कि 'उन्हें पूरा यकीन है कि लोग उनको ध्यान में रखकर फैसला सुनाएंगे क्योंकि उनकी सरकार निकम्मी और विश्वासघाती रही है, यह एक ऐसी सरकार है, जो अपने वादे भूल गई, एक ऐसी सरकार जिसने केवल देश और इसकी धर्मनिरपेक्ष साख को नुकसान पहुंचाया।'
विश्वम ने पूछा कि सरकार के वादों और गारंटी का क्या हुआ और उसने महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लिए क्या किया है। उन्होंने कहा, “दो करोड़ नौकरियां देने के वादे का क्या हुआ?”
विश्वम ने यह भी पूछा कि प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर क्यों नहीं गए, जहां पिछले साल मई से जातीय हिंसा हो रही है।
उन्होंने कहा, ''हम प्रधानमंत्री से पूछते हैं कि वह मणिपुर जाने और मणिपुर की महिलाओं से माफी मांगने के लिए तैयार क्यों नहीं हैं...''
विश्वम ने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया 400 सीट जीतकर सरकार बनाएगा।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता जॉन ब्रिटास ने भी लोकसभा चुनाव में भाजपा के 370 सीट जीतने के प्रधानमंत्री के दावे पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि इस देश में हर किसी को सपने देखने का अधिकार है, प्रधानमंत्री को भी 400 या 500 सीटों का सपना देखने का अधिकार है। लेकिन वास्तविकता अलग है। देश की जनता किसी और के सपनों से प्रभावित होने के बजाय अपनी दिशा स्वयं तय करेगी।”
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि अगर उनकी पार्टी चुनाव में 370 का आंकड़ा हासिल करने से चूक गई, तो क्या वह शपथ नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा, “अगर वे 370 का आंकड़ा नहीं छूते, तो क्या मोदी शपथ नहीं लेंगे? उन्हें पहले जवाब देना चाहिए। भाजपा का इस तरह का सपना हमेशा विफल रहा है।”
उन्होंने 2004 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के नारे की ओर इशारा करते हुए कहा, “अब 'इंडिया शाइनिंग' पार्ट दो होने जा रहा है।”
गौरतलब है कि 2004 के चुनाव में राजग ने यह नारा देते हुए जीत का दावा किया था, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित लोकसभा सदस्य दानिश अली ने मोदी के 400 सीट जीतने के दावे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर संदेह पैदा होता है।
अली ने कहा, "शायद उन्हें ईवीएम के कारण इतना आत्मविश्वास है? उन्हें कम से कम पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। उनका अहंकार 2024 में टूट जाएगा।”
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता सुष्मिता देव ने कहा कि महिला सशक्तीकरण पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी "प्रतीकात्मकता" के अलावा और कुछ नहीं है।
उन्होंने कुछ महिला पहलवानों द्वारा भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों का जिक्र किया।
उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ "असंसदीय शब्दों" का इस्तेमाल करने का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "...भाजपा महिलाओं का सम्मान करने के बारे में कुछ नहीं जानती। हम जो कुछ भी देखते हैं, वह खोखले दिखावे के अलावा और कुछ नहीं है।"
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि PM मोदी) कांग्रेस पर आरोप लगाया... यह नहीं कहा कि कांग्रेस के कारण लोगों को वोट का अधिकार मिला, IIT बने, IIM बने आदि... अपने अहंकार के कारण उन्हें 2014 के पहले का भारत नजर ही नहीं आता, प्रधानमंत्री व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी का पाठ पढ़ाते गए..."