'लोकतंत्र का मंदिर' भारत के विकास पथ को मजबूत करता रहे : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नए संसद भवन को 'लोकतंत्र का मंदिर' बताया और कामना की कि यह भारत के विकास पथ को लगातार मजबूत करता रहे और लाखों लोगों को सशक्त बनाता रहे। मोदी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से माई पार्लियामेंट माई प्राइड हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए अपने वॉयसओवर के साथ वीडियो साझा करने का भी आग्रह किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग गर्व की भावना व्यक्त कर रहे हैं कि देश को एक नया संसद मिल रहा है, जो लोगों की आकांक्षाओं को और अधिक जोश के साथ पूरा करने के लिए काम करता रहेगा। नए संसद भवन की सराहना करने वाले केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के एक ट्वीट को टैग करते हुए मोदी ने ट्विटर पर कहा, लोकतंत्र का यह मंदिर भारत के विकास पथ को मजबूत करता रहे और लाखों लोगों को सशक्त बनाता रहे।
उन्होंने अपने ट्वीट के साथ माई पार्लियामेंट माई प्राइड हैशटैग का इस्तेमाल किया। प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के वीडियो और उनके वॉयसओवर के साथ कई लोगों के पोस्ट को री-ट्वीट भी किया।
एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा, कई लोग माई पार्लियामेंट माई प्राइड हैशटैग के साथ अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। वे गर्व की भावना व्यक्त कर रहे हैं कि हमारे देश को एक नया संसद भवन मिल रहा है, जो लोगों की आकांक्षाओं को और अधिक जोश के साथ पूरा करने के लिए काम करता रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि नया संसद भवन हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा। उन्होंने नवनिर्मित परिसर का एक वीडियो भी साझा किया था। नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार को होगा। इस समारोह की शुरुआत सुबह-सुबह हवन और सर्व-धर्म प्रार्थना के साथ शुरू होगी।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में औपचारिक उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री द्वारा साझा किए गए वीडियो में लोकसभा और राज्यसभा सहित नए संसद भवन के बाहरी व अंदरुनी हिस्सों की झलक दिखाई गई है।
नए संसद भवन के उद्घाटन में कम से कम 25 दलों के शामिल होने की उम्मीद है, जबकि 20 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि हवन सुबह करीब सात बजे नई इमारत के बाहर होगा और शैव मठ के महंत मोदी को औपचारिक राजदंड सेंगोल सौंपेंगे। नए संसद भवन में स्पीकर की कुर्सी के पास सेंगोल लगाया जाएगा।
नए परिसर के औपचारिक उद्घाटन के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सहित अन्य के मौजूद रहने की उम्मीद है।त्रिकोणीय आकार के चार मंजिला संसद भवन का निर्माण क्षेत्र 64500 वर्गमीटर है। इस इमारत के तीन मुख्य द्वार- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार- हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)