क्या मायावी इंसान है हिममानव या फिर विशालकाय भालू, चौंका देगी ये रहस्यमयी जानकारियां
भारतीय सेना ने पहली बार रहस्यमय हिममानव 'येति' की मौजूदगी का दावा किया है। सेना ने ट्विटर पर कुछ फोटो भी जारी किए हैं, इनमें बर्फ पर कुछ निशान दिख रहे हैं। इनके आधार पर दावा किया जा रहा है कि ये पदचिह्न येति के हो सकते हैं।
सेना का कहना है कि भारतीय सेना की माउंटेनियरिंग एक्सपिडिशन टीम ने गत 9 अप्रैल को मकालू बेस कैंप के करीब 32x15 इंच वाले हिममानव के रहस्यमय पैरों के निशान लिए हैं। इस मायावी हिममानव पूर्व में मकालू-बरुन नेशनल पार्क में देखा गया है।
हिममानव या येति का सबसे पहला उल्लेख एक पर्वतारोही बीएच होजसन ने किया था। अपने हिमालय अभियान के अनुभवों में उन्होंने लिखा था कि सन 1832 में उत्तरी नेपाल के पहाड़ी इलाके में उनके गाइड ने लंबे बालों वाले एक विशालकाय प्राणी को देखने की बात कही थी। होजसन ने साफ लिखा है कि उन्होंने कुछ नहीं देखा, लेकिन इस घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने अनजान प्राणी को येति नाम दिया।
सन 1925 में पेशेवर फोटोग्राफर तथा रायल जियोग्राफिकल सोसायटी के सदस्य एमए टोमबाजी ने लिखा कि उन्होंने जेमू ग्लेशियर (कंगचनजंघा पर्वत माला) के पास 15 हजार फुट की ऊंचाई पर बालों से ढंका एक विशालकाय प्राणी देखा है। टोमबाजी ने स्पष्ट रूप से लिखा है कि उन्होंने उसे लगभग 200 मीटर दूरी से देखा। वे एक मिनट तक उसे निहारते रहे। उसकी शारीरिक बनावट पूरी तरह से इंसानी थी, लेकिन शरीर पर बहुत अधिक मात्रा में बाल थे। उसके शरीर पर कपड़े जैसी कोई चीज नहीं थी।
येति के बारे में कहा जाता है कि यह दुनिया के सबसे रहस्यमयी प्राणियों में से एक है। कुछ शोधकर्ताओं का दावा है कि ये पोलर बियर वाली प्रजाति है जो 40 हजार साल पुरानी है। कुछ का मानना है कि ये भालू की ही एक प्रजाति है जो हिमालय में रहती है। वहीं कुछ वैज्ञानिकों का दावा है कि येती एक विशालकाय जीव हैं, जिसकी शक्ल-सूरत तो बंदरों जैसी होती है, लेकिन वह इंसानों की तरह दो पैरों पर चलता है।