नए संकट की आहट, कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल की सप्लाय पर असर, पेट्रोल पंपों पर लगी कतारें
नई दिल्ली। राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में पेट्रोल डीजल का संकट गहराता नजर आ रहा है। पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें दिखाई दे रही है। पेट्रोल पंप डीलरों का आरोप है कि तेल कंपनियां समय पर तेल की सप्लाई नहीं कर रही है। इस वजह से कई स्थानों पर पेट्रोल डीजल खत्म होने का अंदेशा भी मंडरा रहा है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में सैकड़ों पंपों पर डीजल उपलब्ध नहीं है। राज्य में 2 तेल कंपनियों ने घाटा कम करने के लिए तेल की राशनिंग शुरू कर दी है। ऐसे में प्रदेशभर के तकरीबन 2500 पेट्रोल पंपों के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतारे दिखाई दे रही है। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने इस मामले पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी को पत्र भी लिखा है।
मध्यप्रदेश में भी कई स्थानों पर पेट्रोल डीजल की किल्लत दिखाई दे रही है। राजधानी भोपाल में पेट्रोल डीजल की सप्लाई में 30 फीसदी की कमी आई है। शहर के लगभग 10 से ज्यादा पेट्रोल पंप पर किल्लत दिखाई दे रही है। हालांकि इंदौर में पेट्रोल डीजल की आपूर्ति सामान्य बताई जा रही है।
उत्तराखंड में भी पेट्रोल और डीजल का संकट गहराता दिखाई दे रहा है। हरिद्वार के 208 पेट्रोल पंपों में से अधिकांश पर तेल खत्म होने की कगार पर हैं। पंप संचालकों का कहना है कंपनी को पेट्रोल डीजल की आपूर्ति के लिए तीन गुना भुगतान करने के बावजूद भी सप्लाई नहीं मिल रही है।
इनके अलावा छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों से पेट्रोल की किल्लत की खबरे आ रही है। कहा जा रहा है कि केंद्र ने पेट्रोल पर 9.55 रुपए और डीजल में 7.20 रुपए की एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। इसके बाद से डीलरों को डीजल पर 14 रुपए और पेट्रोल पर 11 से 12 रुपए लीटर का नुकसान हो रहा है।