शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. on uri pathankot attacks p chidambaram questions nirmala sitharaman
Written By
Last Updated : सोमवार, 14 जनवरी 2019 (09:09 IST)

क्या पठानकोट और उरी हमलों को भूल गईं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, पाक को दी क्लीनचिट?

क्या पठानकोट और उरी हमलों को भूल गईं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, पाक को दी क्लीनचिट? - on uri pathankot attacks p chidambaram questions nirmala sitharaman
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से मोदी सरकार के दौरान कोई आतंकी  हमला न होने का दावा करने के बाद कांग्रेस उन पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने रक्षामंत्री पर सवाल दागे हैं। कांग्रेस ने पूछा है कि क्या रक्षामंत्री पठानकोट और उरी हमलों को भूल गई हैं? क्या उन्होंने पाक को क्लीनचिट दे दी है।

भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से मोदी सरकार के दौरान कोई आतंकी हमला न होने का दावा करने के बाद कांग्रेस उन पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने रक्षामंत्री पर सवाल दागे हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने पूछा कि क्या वे पठानकोट और उरी हमलों को लेकर पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रही हैं? चिदंबरम ने ट्वीट किया कि रक्षामंत्री का कहना है कि 2014 से पाकिस्तान ने कोई हमला नहीं किया। क्या रक्षामंत्री भारत के नक्शे में यह बता सकती हैं कि पठानकोट और उरी कहां है?

उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री यह कहकर कि ये हमले पाकिस्तान ने या पाकिस्तान द्वारा नहीं किए गए हैं, क्या वह पठानकोट और उरी हमलों के संबंध में पाकिस्तान को क्लीनचिट दे रही हैं?

कांग्रेस ने शनिवार को सीतारमण पर उनके बयानों को लेकर हमला किया था। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा था कि अगर रक्षामंत्री का बयान सच्चा है तो फिर उरी हमला क्या था? जहां आतंकवादी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे और पठानकोट हमला क्या था?

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने रक्षामंत्री के इस दावे को चौंकाने वाला बताया। उन्होंने रक्षामंत्री के बयान पर ट्वीट किया। पटेल ने लिखा, रक्षामंत्री के इस चौंकाने वाले दावे को सुनकर बहुत आश्चर्य हुआ कि मई 2014 के बाद से कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ है। उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि पिछले 55 महीनों में पठानकोट, अमरनाथ यात्रा, उरी और अन्य जगहों पर हुए आतंकी हमलों में 400 से अधिक जवानों ने अपनी जान गंवाई है।