चुनावी वादे पूरे नहीं होने पर पिटाई भी करती है जनता, नितिन गडकरी का बयान
मुंबई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सपने दिखाने वाले नेता लोगों को अच्छे लगते हैं, लेकिन वही सपने पूरे न हों तो जनता पिटाई भी करती है। गडकरी ने राजनेताओं को चेताया है कि वे लोगों को वही सपने दिखाएं जो आप पूरा कर सकें। गडकरी ने कहा कि मैं सपने दिखाने वाला मंत्री नहीं, मैं जो कहता हूं वह करता हूं।
अपनी साफगोई के लिए पहचाने जाने वाले गडकरी ने रविवार आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मीडिया वाले जानते हैं कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं। उन्होंने देखा है कि मैं कैसे परियोजनाओं को पूरा करता हूं। वे मुझ पर भरोसा करते हैं। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष गडकरी ने महाराष्ट्र में लोक निर्माण विभाग मंत्री रहने के दौरान अपने कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं जब राज्य में 1995 से 1999 तक शिवसेना-भाजपा की सरकार थी।
इसी समारोह में अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर भाजपा में शामिल हुईं। उन्हें पार्टी की महिला परिवहन शाखा का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया।
हाल के दिनों में गडकरी के बयानों ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं। पिछले साल गडकरी ने कहा था कि बीजेपी के कुछ नेताओं को कम बोलना चाहिए। उन्होंने कहा था कि राजनेताओं को बोलते समय काफी ध्यान रखना चाहिए। उनके इस बयान के चलते बीजेपी को काफी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ भी कई भाजपा नेताओं को पसंद नहीं आई थी।
गडकरी का यह बयान उसी कड़ी का एक हिस्सा है जिसमें उन्होंने पहले कहा था कि 2014 के आम चुनावों में बीजेपी ने सत्ता में आने के लिए कई वादे कर दिए थे। हालांकि अभी उन वादों की याद दिलाए जाने पर हम लोग हंसते हुए आगे बढ़ जाते हैं, उनके इस बयान पर कई नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
दिसंबर 2018 में पांच राज्यों के नतीजों के बाद गडकरी ने कहा था कि पार्टी नेतृत्व को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। गडकरी ने कहा था कि सफलता के कई पिता होते हैं, लेकिन असफलता अनाथ होती है। जहां सफलता है वहां श्रेय लेने वालों की होड़ लगी होती है, लेकिन हार में हर कोई एक-दूसरे पर उंगली उठाने लगता है। उनके इस बयान पर भी विवाद हुआ था।