‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत लेख प्रतियोगिता में नौ विद्यार्थी पुरस्कृत, रामकृष्ण मिशन ने किया था आयोजन
नई दिल्ली, रामकृष्ण मिशन दिल्ली में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों के छात्रों ने भाग लिया। विषय था
स्वामी विवेकानंद और भारत की स्वतंत्रता। इस अवसर पर नौ प्रतिभागियों विजेता रहे, जिन्हें पुरस्कृत किया गया।
पुरस्कार वितरण के लिए राज्य सभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे सनातन धर्म की परंपरा रही हैं कि हम आश्रम में बैठकर तत्व का विचार करते हैं। फिर अवसर आजादी और स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ा है। स्वामी विवेकानंद ने ही पूर्ण स्वराज के लिए कई स्वतंत्रता सेनानियों को प्रेरित किया था। लोकमान्य तिलक इनका सटीक उदारहण है।
1905 के पहले भारत के क्रांतिकारी काउंसिल मेंबर बनने का प्रयास कर के खुश थे। बाद में महात्मा गांधी ने भी पूर्ण स्वराज का नारा दिया। ये सभी स्वामी विवेकानन्द से प्रेरित थे।
इस अवसर पर स्वामी शांतात्मानन जी, सचिव, रामकृष्ण मिशन, नई दिल्ली ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने कहा है कि भारत विश्व के पटल पर चमकेगा और जगत गुरु बनेगा। यह संभव है जब युवा पीढ़ी अपना जीवन देश को समर्पित कर दे। उन्होंने इस अवसर पर मिशन में युवाओं के उद्देश्य से चलाए जाने वाले कार्यक्रम की भी जानकारी दी। अंत में लेख प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
रामजस कॉलेज के आदित्य कुमार को प्रथम पुरस्कार मिला 10,000 रूपए पुरस्कार राशि दी गई। अंबर टिक्कू, राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय को द्वितीय पुरस्कार मिला 7, 500 रुपए पुरस्कार राशि भेंट की गई। आर्यमा साना, एमिटी यूनिवर्सिटी को तृतीय पुरस्कार मिला 5,000 रूपए पुरस्कार राशि दी गई। कुहू श्रीवास्तव भारतीय जनसंचार संस्थान को चतुर्थ पुरस्कार मिला 2, 500 रूपए पुरस्कार राशि प्रदान की गई। शशांक राय, दिल्ली विश्वविद्यालय को पंचम पुरस्कार मिला के 1,000 रूपये पुरस्कार राशि। पूनम गोला को छठा स्थान के साथ 1,000 रूपए पुरस्कार राशि दी गई।
तनु झा कालिंदी कॉलेज को सातवां स्थान मिला के साथ 1,000 रूपए पुरस्कार राशि प्रदान की गई। पोलोमी दास, नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज को आठवां स्थान मिला और 1,000 रूपए पुरस्कार एफसी राशि दी गई। कस्तूरी कृष्णा डेका, गार्गी कॉलेज को नवां स्थान मिला और उन्हें 1,000 रूपए पुरस्कार राशि प्रदान की गई। यह जानकारी माधवी श्री ने दी।