नववर्ष में बांकेबिहारी के दर्शन को मथुरा में उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, कोरोना के चलते नई एडवाइजरी जारी
मथुरा। चीन में कोरोनावायरस (Coronavirus) की भयावह स्थिति देखकर भारत एक बार फिर से अलर्ट हो गया है। सभी राज्यों ने कोरोना नियमों का पालन करने के लिए जनता से आग्रह किया है। इसी के चलते उत्तर प्रदेश में भी कोरोना से अलर्ट रहने के आदेश दिए गए हैं। मथुरा के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में नववर्ष के उपलक्ष्य में 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक 20-25 लाख भक्तों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
हालांकि 2022 में भक्तों का यह आंकड़ा 18 लाख के आसपास रहा है। आने वाले शनिवार से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने की संभावना के चलते मथुरा पुलिस-प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने अपनी तैयारी दुरूस्त कर ली है। मंदिर परिसर की तरफ आने वाले मुख्य मार्गों पर बैरीकेटिंग की जा रही है, जो शुक्रवार की देर रात्रि तक पूरी हो जाएगी।
मंदिर प्रबंधन ने गाइडलाइंस जारी करते हुए लोगों से अपील की है कि कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क का प्रयोग करें। कतार में लगकर ठाकुर जी के दर्शन करें, वहीं गलियों और मंदिर के बीच में खड़े होकर सेल्फी न लें, ऐसा करने से अन्य भक्तों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ती भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस मंदिर परिक्षेत्र के एक किलोमीटर दायरे में तीन जगहों पर बैरीकेड करने जा रही है, ताकि उमड़ते भक्तों के सैलाब को व्यवस्थित करते हुए कतार में लगाकर मंदिर की तरफ भेजा जा सके।
पहला बैरीकेड हरिनिकुंज चौराहे और विद्यापीठ चौराहा, दूसरा बांकेबिहारी पाठशाला से विद्यापीठ चौराहा और तीसरा जुगलघाट पर नए बैरीकेड तक का होगा। मंदिर की तरफ आने वाले सभी रास्तों पर दुपहिया और तिपहिया वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। आगामी 10 दिनों तक ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा पूरी तरह से मंदिर परिसर के आसपास बंद रहेंगे, आपात परिस्थितियों में ही इनका संचालन होगा।
बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन भी पहले ही नववर्ष के उपलक्ष्य, कड़कड़ाती ठंड और कोरोना का खतरा भांपते हुए भक्तों की सुरक्षा के मद्देनजर एक एडवाइजरी जारी कर चुका है। मंदिर एडवाइजरी में कहा गया है कि 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों के आने की संभावना है। जिसके चलते बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन करने न आएं।
Edited By : Chetan Gour