डार्कनेट, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए मादक पदार्थों की तस्करी, NCB ने किया गिरोह का भंडाफोड़
नई दिल्ली। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो डार्कनेट और क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर कई देशों के साथ ही भारत के कई राज्यों में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल था। इस गिरोह के तार अमेरिका, नीदरलैंड और कनाडा के साथ ही भारत में पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और असम से भी जुड़े थे।
NCB द्वारा चलाए गए अपनी तरह के पहले अभियान में इस गिरोह का भंडाफोड़ किया गया और इसमें डार्कनेट के साथ ही तस्करों द्वारा चलाए जा रहे सोशल मीडिया और होम डिलीवरी नेटवर्क का पता लगाया गया।
बताया जा रहा है कि मादक पदार्थों की तस्करी में डार्कनेट, क्रिप्टोकरेंसी, डिजिटल मीडिया, यूपीआई और नकली केवाईसी दस्तावेजों के साथ-साथ डाक और कूरियर सेवाओं का उपयोग भी शामिल है। 11 महीने से अधिक समय तक चलाए गए इस अभियान के दौरान 47 मामले दर्ज किए गए, वहीं 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 2021-22 में एनसीबी द्वारा विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों के साथ ही नकदी जब्त की गई।
इस अभियान की एक खास बात विदेशी अधिकारियों के साथ समन्वय के साथ ही एनसीबी और राज्य पुलिस बलों की विभिन्न क्षेत्रीय इकाइयों के बीच बेहतरीन तालमेल थी। गहरे पानी से महत्वपूर्ण साक्ष्य हासिल करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के गोताखोरों का भी इस्तेमाल किया गया था।
एनसीबी ने लुधियाना में एक गिरोह का भंडाफोड़ किया जिसके तार दुबई, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुड़े हुए थे। इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया। हेरोइन की तस्करी के लिए इस गिरोह द्वारा मुंद्रा बंदरगाह के जरिए समुद्री मार्ग, अटारी-वाघा सीमा के जरिए स्थल मार्ग और अंतरराष्ट्रीय सीमा का उपयोग किया जाता था।