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Written By Author विकास सिंह
Last Updated : मंगलवार, 17 दिसंबर 2019 (09:48 IST)

गंगा की सीढ़ियों पर पीएम के लड़खड़ाने पर कमलनाथ के मंत्री का तंज,कहा झूठ बोलने की मिली सजा

नदियों के साथ अन्याय सबसे बड़ा संकट

गंगा की सीढ़ियों पर पीएम  के लड़खड़ाने पर कमलनाथ के मंत्री का तंज,कहा झूठ बोलने की मिली सजा - National water conference: Minister Sajjan singh verma wrong remarks on pm modi
उज्जैन। अपने बयानों के जरिए अक्सर भाजपा को घेरने वाले मध्य प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मां गंगा से झूठ बोलने की सजा प्रधानमंत्री को कानपुर में मिली। उज्जैन में राष्ट्रीय जल सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोलेते हुए सज्जन सिंह ने कहा कि देश की नदियां देवियों के समान है और गंगा तो हम सबकी मां है।

इसलिए ऐसी पवित्र मां से झूठ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे हम लोग भी क्षिप्रा नदी का प्रदूषण दूर नही कर पाये जिसके लिए हम सभी दोषी है जिसको हम सार्वजनिक तौर पर स्वीकार्य भी करते है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कमलनाथ सरकार क्षिप्रा को अविरल और निर्मल बनाने में पैसों की कोई कमी नहीं होने देगी चाहे इसके लिए अन्य विभागों के बजट में कटौती करनी पड़ी।
नदियों में अवैध उत्खनन सबसे बड़ा संकट -  तीन दिन के इस राष्ट्रीय जल सम्मेलन में बोलते हुए जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि  देश में नदियों के साथ जो अन्याय हुआ है वह 21वी सदी के लिए सबसे बडा संकट है आज नदियों को हम माई कहते है लेकिन उनसे कमाई करते है। यह नदियों के साथ एक धोखा है। उन्होंने कहा कि 111 दिन तक गंगा की अविरलता करते हुए देश के प्रख्यात वैज्ञानिक एवं संत प्रो0 जी0डी0 अग्रवाल को प्रशासनिक उपेक्षा और समाज की उदासीनता के कारण अपने को बलिदान करना पडा। उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि नेताओ ने जनता के साथ धोखा किया है सबसे ज्यादा धोखा नदियों को दिया है। 
 
कार्यक्रम में जल जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह ने कहा कि सम्मेलन का उददेश्य नदियों पर कार्य करने वाले देश के सभी पर्यावरणविदों को एक मंच पर लाना है। समाज और सरकार के सहयोग से नदियां कैसे अविरल हो सकती है, इसके लिए सामूहिक पहल प्रारम्भ करना इस कार्यक्रम का उददेश्य है। क्षिप्रा सहित देश की 101 नदियों को अविरल बनाने के लिए जल जन जोडो अभियान सक्रिय है।