कैसे इस महिला पायलट की सूझबूझ ने बचाई 190 लोगों की जान?
पटना। 19 जून को पटना एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट के जहाज एसजी-723 की सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिंग का श्रेय जहाज की कप्तान मोनिका खन्ना और सह पायलट बजीत सिंह भाटिया के साहस और धैर्यपूर्ण प्रयासों को जाता है। इन दोनों पायलटों की बदौलत ही 190 लोग सही सलामत लैंड हो पाए।
बता दें कि स्पाइसजेट बोइंग 737 विमान को, जिसमें 185 पैसेंजर और 5 क्रू मेंबर्स सवार थे, टेक-ऑफ के ठीक बाद लैंड होना पड़ा। इसका कारण जहाज के बाएं इंजन में आग लगना था। स्थानीय लोगों द्वारा जमीन से शूट किए गए वीडियो में भी बाएं इंजन से चिंगारी निकलती दिखाई दे रही थी। बाद में अधिकारियों ने सूचना दी कि सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और किसी को कोई हताहत नहीं हुई।
पटना एयरपोर्ट के मुख्य प्रबंधक ने कहा कि एसजी-723 के यात्रियों को जहाज के दोनों पायलटों का शुक्रिया अदा करना चाहिए। उनकी सूझबूझ के कारण ही इंजन फैल होने पर भी यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ। एयरपोर्ट के प्रथम अधिकारी बलप्रीत सिंह भाटिया और वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) से परामर्श करने के बाद, उन्होंने प्रभावित इंजन को बंद कर दिया और बड़ी ही कुशलता से इतने भारी विमान को पटना एयरपोर्ट पर उतारा। मोनिका खन्ना के त्वरित निर्णय ने फ्लाइट में सवार 185 यात्रियों और क्रू मेंबर्स की जान बचाई।
जांच में पता चला कि इंजन से एक पक्षी के टकराने की वजह से उसमें खराबी आई, जिसके बाद इंजन ने आग पकड़ ली। स्पाइसजेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन पायलटों की सराहना की, जिन्होंने इंजन में आग लगने की सूचना के बाद जहाज की आपातकालीन लैंडिंग की।
जय प्रकाश नारायण पटना एयरपोर्ट के निदेशक आंचल प्रकाश ने कहा कि आपातकालीन स्थितियों में स्पाइसजेट SG-723 की सुरक्षित लैंडिंग पायलटों के समझदार और शांत दृष्टिकोण के कारण संभव हो पाई।