संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 92वें स्थापना दिवस पर देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने विजयादशमी पर दिए अपने संबोधन में कहा...
* रोहिंग्या मुसलमानों पर सरकार का रुख ठीक।
* रोहिंग्या मुसलमानों के आतंकियों से संबंध।
* रोहिंग्या को भारत में नहीं रख सकते।
* रोहिग्या को शरण देने से देश में सुरक्षा का संकट होगा।
* बांग्लादेश सीमा पर गो तस्करी होती है।
* केरल और बंगाल के हालात भी किसी से छिपे नहीं।
* पश्चिम बंगाल और केरल में जेहादी ताकतें मजबूत हो रही हैं।
* राज्य सरकारें इन्हें रोक नहीं रही हैं।
* कभी-कभी लगता है कि पश्चिम बंगाल सरकार राष्ट्रविरोधी ताकतों के साथ।
* हालात बदलने के लिए कानून बदलना पड़े तो बदल देना चाहिए।
* कश्मीर समस्या का जल्द समाधान हो सकता है।
* जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग।
* कश्मीर में पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।
* पाकिस्तान की वजह से जम्मू-कश्मीर के लोग परेशान।
* भारतीय होने के बाद भी कई लोगों को देश में ही उनका हक नहीं मिला।
* कश्मीर में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति ठीक नहीं।
* कश्मीरी पंडित अपने ही देश में विस्थापित हुए।
* पाकिस्तान से कई लोग अवैध तरीके से यहां आए।
* कश्मीर में देश विरोधी ताकतों की आर्थिक कमर टूटी।
* कश्मीर में सेना और पुलिस को पूरी छूट।
* सीमा पर हम दुश्मनों को जवाब दे रहे हैं।
* राष्ट्र प्रगति करता है तो दुनिया उससे जुड़ती है।
* 70 साल में पहली बार दुनिया को लग रहा है कि भारत कुछ कर रहा है।
* राष्ट्र को कोई बना या बिगाड़ नहीं सकता।
* राष्ट्रीय दृष्टि का प्रचार नहीं करना, राष्ट्रीय जीवन खड़ा करना है।
* संकटों से आगे बढ़कर चलना जिंदगी।
* मरने वालों के परिजनों के साथ संवेदना।
* मुंबई में कल हुए हादसे से दुखी।