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Last Modified: शुक्रवार, 10 नवंबर 2023 (22:46 IST)

सवाल उठाने वालों का मुंह बंद करना चाहती है मोदी सरकार

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा- मोदी और अडाणी चला रहे हैं सरकार

सवाल उठाने वालों का मुंह बंद करना चाहती है मोदी सरकार - Modi government wants to silence those who raise questions
TMC MP Mahua Moitra News: पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों का सामना कर रहीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को दावा किया कि नरेन्द्र मोदी सरकार अडाणी समूह के कथित कोयला घोटाले को उठाने वाले लोगों का मुंह बंद करना चाहती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि लोकसभा से निष्कासित करने की आचार समिति की सिफारिश उसी दिशा में ‘हताशा भरा कदम’ है। इस बीच, खबर है कि समिति ने ‍अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दी है। 
 
महुआ ने एक साक्षात्कार में कहा कि मुद्दा यह है कि किसी सांसद को सदन में सवाल उठाने की अनुमति कैसे नहीं दी जाए। उन्होंने कहा कि अडाणी 13,000 करोड़ रुपए के कोयला घोटाले में शामिल हैं। किसी भी अन्य देश में, इस वजह से सरकार गिर जाती। मोदी दिल से यह जानते हैं। इसलिए वे लोग इसे अधिकतम समय तक दबाए रखने के लिए बेचैन हैं।
मोदी-अडाणी चला रहे हैं सरकार : तृणमूल सांसद ने दावा किया कि मोदी और अडाणी सरकार चला रहे हैं… जो कोई भी उनसे सवाल करता है, वे घबरा जाते हैं। हम उन कुछ लोगों में से हैं जो ऐसा कर रहे हैं। इसलिए उनका प्रयास है कि उन्हें चुप करा दें, उन्हें जेल में डाल दें...। पिछले महीने कांग्रेस ने भी आरोप लगाया था कि अडाणी मामले में एक विदेशी प्रकाशन द्वारा किए गए नए खुलासे से संकेत मिलता है कि दो साल में 12,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि देश से बाहर भेजी गई है।
 
टीमएसी नेता ने भाजपा को 'झूठ की फैक्ट्री' करार दिया। उन्होंने कहा कि वे हर दिन फर्जी खबरें फैलाते हैं और समस्या यह है कि इस देश में मीडिया पूरी तरह से मोदी और अडाणी द्वारा नियंत्रित है। वे इसे उठाते हैं, फैलाते हैं और हर कोई शोर मचाना शुरू कर देता है। लोकसभा में सवाल पूछने के लिए उपहार स्वीकार करने के सवाल पर मोइत्रा ने कहा कि आचार समिति की रिपोर्ट में इसका कोई सबूत नहीं है।
समिति के पास कोई सबूत नहीं : उन्होंने कहा कि 500 पृष्ठों की रिपोर्ट में मुझे एक जगह, एक रसीद दिखाइए जहां एक रुपया भी लिया गया हो... नकदी या किसी उपहार का कोई सबूत नहीं है। मोइत्रा ने भाजपा पर संसदीय लोकतंत्र के सभी मानदंडों को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि भाजपा उनके साथ जो भी व्यवहार कर रही है, वह ठीक है क्योंकि लोग सब कुछ देख रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि आचार समिति के सदस्य पार्टी लाइन पर वोट नहीं करते लेकिन उनके मामले में ऐसा किया गया। मोइत्रा ने कहा कि यह 15 सदस्यीय समिति है, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगियों का बहुमत है। सभी ने पार्टी लाइन के अनुसार वोट किया। भाजपा के सदस्यों के लिए व्हिप जारी किया गया। शिवसेना को वहां मौजूद रहने का निर्देश दिया गया। कांग्रेस से निलंबित परनीत कौर को भाजपा ने वहां मौजूद रहने के लिए कहा।
 
पार्टी मेरे साथ है : यह पूछे जाने पर कि क्या तृणमूल उनके समर्थन में उस तरह सामने आई है जिस तरह से उसे आना चाहिए था, मोइत्रा ने कहा, मैंने पहले भी कई बार सुना है कि पार्टी आपके साथ नहीं है। मैं जानती हूं कि पार्टी पहले दिन से मेरे साथ है। मैं अपने अधिकार के लिए लड़ रही हूं और वे (पार्टी) मेरे साथ हैं।
 
समिति ने रिपोर्ट सौंपी : लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के आरोप पर समिति की रिपोर्ट लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला के कार्यालय को सौंप दी है। रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को संसद के निचले सदन से निष्कासित करने की अनुशंसा की गई है। सूत्रों के अनुसार बिरला अभी कोटा में हैं और उनके दिवाली (12 नवंबर) के बाद राष्ट्रीय राजधानी लौटने की संभावना है। उसके बाद वह रिपोर्ट पर कार्रवाई कर सकते हैं। (भाषा)
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