Manipur : क्या पुलिस ने दिया दरिंदों का साथ? परेड की शिकार महिला ने बताई उस दिन की खौफनाक कहानी
Manipur violence updates : मणिपुर पिछले करीब 83 दिनों से जातीय हिंसा में झुलस रहा है। इस बीच 2 महिलाओं की नग्न परेड के वीडियो के वायरल होने से पूरे देश में आक्रोश है। वीडियो में 2 महिलाओं को नग्न करके सड़क पर घुमाते हुए दिखाया जा रहा है।
मणिपुर की हिंसा को लेकर मोदी सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। पूरे कांड के मुख्य आरोपी हेरादास (32) को थौबल जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। आखिर कैसे हुआ पूरा कांड? पूरे मामले को लेकर हिंसा और यौन उत्पीड़न का शिकार महिला ने एक अखबार को दरिंदगी की पूरी कहानी बताई-
महिला ने बताया कि पुलिस उस भीड़ के साथ थी, जो हमारे गांव पर हमला कर रहे थे। शिकायत में कहा गया कि कांगपोकपी जिले में उनके गांव पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद वो जंगल में भाग गए थे, जिसके बाद उन्हें थौब पुलिस ने बचाया और पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था। लेकिन भीड़ ने रास्ते में ही उन्हें रोक दिया और थाने से लगभग 2 किलोमीटर दूर पकड़ लिया।
अपनी शिकायत में पीड़ितों ने कहा था कि उनमें से 5 लोग एक साथ थे। वीडियो में दिखाई दे रही महिलाओं को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर दिया गया।
पिता और भाई को मार डालने का आरोप : आरोप यह भी था कि 20 वर्षीय महिला के पिता और भाई को भीड़ ने मार डाला था। महिला ने कहा कि भीड़ ने वही किया जो वो करना चाहते थे। हमने गांव छोड़ा और हम भाग गए। महिला ने आगे कहा कि उसे और उसके परिवार को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि उसका वीडियो बनाया जा रहा है। वीडियो फैलाने को लेकर भी उसे कुछ नहीं पता था।
2 महीने बाद वायरल हुआ वीडियो : 2 महीने बाद आखिरकार वीडियो जब फैला तो पुलिस ने शिकायत दर्ज की। महिला ने कहा कि मणिपुर में इंटरनेट ही नहीं है। हमें कुछ पता ही नहीं चला। महिला ने कहा कि एक नहीं बल्कि भीड़ का हिस्सा कई आदमी थे। वह कुछ लोगों को तो पहचान सकती है। महिला ने भीड़ में से एक व्यक्ति को तो उसने अपने भाई का ही दोस्त बताया।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार : मणिपुर वीडियो के मामले में पुलिस ने अभी तक सिर्फ 2 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस के अनुसार घटना में शामिल अन्य लोगों को भी पकड़ने को लेकर कार्रवाई चल रही है। Edited By : Sudhir Sharma