- न गोली चली, न दंगे हुए राम मंदिर बन गया
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पीएम मोदी भगवान के भेजे दूत हैं : बिट्टा
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राम मंदिर 110 करोड़ श्रद्धालुओं की आवाज है
Maninderjit Singh Bitta on Ram Mandir Ayodhya: ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट (एआईएटीएफ) के प्रमुख और युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जाकर रामलला के दर्शन किए। बिट्टा ने मंदिर के निर्माण में लगे श्रमिकों से मिलकर उनका हालचाल लिया और निर्माण कार्य के बारे ने जानकारी ली। उन्होंने रामलला के दर्शन कर राम मंदिर का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि वोट उसी को देना चाहिए जो देश और धर्म की रक्षा कर सके।
बिट्टा ने कहा कि मैं जब रामलला के दर्शन कर रहा था, तब मेरी आंखों में आंसू थे, मैं भावुक था। न दंगे हुए, न गोली चली, न बम चला और राम मंदिर का भव्य-दिव्य निर्माण हो गया। उन्होंने कहा कि कहा कि आज मैंने रामलला के सामने अपने लिए कोई प्रार्थना नहीं कि न ही अपने लिए कुछ मांगा। मेरी सबसे बड़ी प्रार्थना यही है कि नरेंद्र मोदी की उम्र लम्बी हो, वो भगवान के भेजे हुए दूत हैं। उन्हें राम जी व हनुमान जी ने भेजा है।
अगला मिशन काशी-मथुरा : वेबदुनिया से बातचीत में बिट्टा ने कहा कि अब अगला मिशन मथुरा और काशी होना चाहिए। काशी व मथुरा में भी मंदिर निर्माण इसी तरह मोदी के हाथों हों। उन्होंने कहा कि हमें कुछ नहीं चाहिए, हमें रामलला मिल गए और राम मंदिर का निर्माण हो गया। अपनी जिंदगी का पूरा सपना हो गया। अगर नरेंद्र मोदी कि उम्र लम्बी होगी तो जो और भी धार्मिक स्थान हैं, वो भी आगे बढ़ेंगे। जिस तरह से आज से कई वर्ष पहले जालिम मुगलों ने हमारे मंदिरों का अपमान किया। सोमनाथ मंदिर सहित हजारों मंदिरों का अपमान हुआ था। नरेंद्र मोदी के द्वारा हमारा देश व धर्म आगे बढ़ेगा।
बिट्टा ने कहा कि राम जन्मभूमि का निर्माण इतिहास में सुनहरे अक्षरों मे लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस इस बात का रहेगा कि पंजाब में अकाल तख्त के जत्थेदार साहब को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का न्योता मिला। पंजाब में और भी बड़े लोगों को न्योता मिला, लेकिन मुझे दुख होता है, मेरी आंखों में आंसू आते हैं जब यह कहा गया कि सिख मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान रामलला के इस रूप को मैं मूर्ति नहीं कहूंगा। जिन्हें वे मूर्ति कह रहे हैं उन्हें इतिहास का पता नहीं है। जिस वक्त बाबर था उस वक्त गुरु महाराज की फौज थी। निहंग सिंहों ने अयोध्या आकर मंदिर की रक्षा की। हिन्दू और सिखों के बहुत ही करीबी रिश्ता है। यदि वे लोग यहां नहीं आए तो क्या मंदिर का निर्माण रुक गया। क्या देशभर से आ रहे लाखों श्रद्धालुओं का सफर रुक गया। जो लोग मूर्ति पूजा कहते हैं, उनसे हम कहना चाहेंगे रामजी हम सबके हैं। पवित्र स्थान हरमन्दिर साहब में 20% सिख और 80% हिन्दू दर्शन करने जाते हैं। है उन्होंने कहा कि हमारी राम में आस्था है, जिनकी नहीं है उन्हें राम जी जानें।
राम मंदिर के हजारों लोगों ने दी कुर्बानियां : बिट्टा ने वेबदुनिया से बात करते हुए कहा कि राम मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। हजारों लोगों ने अपनी कुर्बानियां दी हैं। राम मंदिर 110 करोड़ हिन्दू व अन्य धर्मों के लोगों की आस्था की आवाज है। उन्होंने कहा कि कि राम मंदिर की शुरुआत नरसिंहराव जी के समय पर हुई थी। उनकी बड़ी इच्छा थी कि राम मंदिर का निर्माण उनके जीते जी हो, पर नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि मैं राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं। कांग्रेस व भाजपा का क्या होगा मैं नहीं बता पाऊंगा। 2024 के लोकसभा चुनाव और नरेन्द्र मोदी से जुड़े एक सवाल पर बिट्टा ने कहा कि जिस बहादुर व्यक्ति ने 370 धारा खत्म कर दी। इससे पहले जम्मू कश्मीर में हजारों शहादतें हुईं, खून बहा, तिरहगा का अपमान हुआ, मंदिरों का अपमान हुआ, बहनों का सुहाग उजड़ गया, बच्चे यतीम हुए, लेकिन आतंकवाद का खात्मा हुआ है।
मैं नहीं कहता कि वोट किसको दो या न दो, लेकिन जो राष्ट्र और धर्म की रक्षा करे वोट उसे दें। उन्होंने कहा पहले हमारे जवानों को सरहद पर गोली चलाने के लिए दिल्ली से पूछना पड़ता था, लेकिन आज के दौर में हमारे जवान गोली का जवाब गोली से ही देते हैं।
मौत से हमारी यारी है : बिट्टा ने अयोध्या प्रवास के दौरान पत्रकारों से भी बात की। उन्होंने कहा कि रामलला मंदिर के निर्माण को रोकने के लिए बड़ी-बड़ी राजनीतिक पार्टियों ने साजिश की। इतिहास गवाह है जब कहा गया कि राम सेतु टूट जाएगा, उस वक्त मैंने 21 तीर्थ स्थलों का दर्शन व स्नान कर वहीं शपथ ली थी कि अगर राम सेतु टूटेगा तो बमों से बचे हुए अपने शरीर को वहीं खत्म कर दूंगा।
उन्होंने कहा कि मौत से तो अपनी यारी है। उस वक्त भाजपा की सरकार नहीं थी, नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे, मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। बिट्टा ने कहा कि मेरा मिशन जो होता है, वो मेरा भगवान मुझे देता है। पार्टी कोई भी हो मैं निकल पड़ता हूं। उन्होंने कहा कि आज अगर मैं जिंदा हूं तो नरेन्द्र मोदी के कारण। मेरा उनसे कोई रिश्ता नहीं है, न मोदी मोदी से और न ही भाजपा से। खालिस्तान से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि खालिस्तान न कभी बना था न कभी बनेगा और न कभी बनने देंगे। आज कनाडा खालिस्तान बन चुका है।
बिट्टा ने कहा कि राष्ट्र प्रथम था, राष्ट्र प्रथम रहेगा भारत एक था, भारत एक रहेगा। मैं पाकिस्तानियों के टुकड़े पर पलने वाले खालिस्तानियों के खिलाफ हूं। उन्होंने कहा आज उत्तर प्रदेश में उद्योगपति अपना व्यापार लगाना चाहते हैं। आज का उत्तर प्रदेश भयमुक्त हो चुका है, अपराध मुक्त हो चुका है। यह सब इसलिए संभव हुआ क्योंकि यहां योगी की सख्त सरकार है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala