कसौली। हिमाचल प्रदेश के सोलन के पास कसौली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी ही पार्टी के आलाकमान पर निशाना साधा। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पार्टी में मां-बेटे के रहते हुए किसी का भला नहीं हो सकता है। कांग्रेस में परिवारवाद की परिपाटी शुरू से है।
पूर्व पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष या तो मां बनेगी या फिर बेटा। जब कोई प्रत्याशी है ही नहीं तो अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव कैसे होंगे।' अय्यर ने कहा, 'पार्टी में बेशक मुझे अनदेखा किया जा रहा है, लेकिन मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं और रहूंगा। तमिलनाडु से कांग्रेस का सदस्य बना हूं और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का चुनाव लडूंगा। हार-जीत की परवाह नहीं, लेकिन मुकाबला अवश्य करेंगे।'
मणिशंकर अय्यर का बयान ऐसे वक्त आया है। जब राहुल गांधी की बतौर कांग्रेस अध्यक्ष ताजपोशी की अटकलें लगाई जा रही हैं। राहुल गांधी अपने अमेरिका दौरे पर भी यह बात कह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में राहुल गांधी या उनकी मां सोनिया गांधी के अलावा कोई तीसरा नेता अध्यक्ष पद की चाह नहीं रख सकता। यह वंशवाद की परंपरा है, जो शायद कभी खत्म नहीं होगी।
अय्यर ने कहा कि कांग्रेस भले ही उन्हें अपना न मानती हो, लेकिन वे जन्म से कांग्रेसी हैं। जब तक सक्रिय रहेंगे, पार्टी में रहकर काम करेंगे। अय्यर ने कहा, कांग्रेस में उनकी हालत वही है, जो भाजपा में यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी या शत्रुघ्न सिन्हा की है। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी का चुनाव लड़ेंगे और इससे मुझे कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद मुझे कोई भी पद मिले, मैं उसका पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करूंगा और कांग्रेस को आगे बढ़ाऊंगा।
नरेंद्र मोदी पर दी सफाई :
मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी पर दिए चाय वाले बयान पर भी अपनी सफाई दी। सफाई देते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने कभी यह नहीं कहा कि चाय वाला प्रधानमंत्री नहीं बन सकता, बल्कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया।' मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी का परिवार कैंटीन चलाता था, लिहाजा वह भी कभी-कभार वहां बैठते थे।'
जीएसटी के तहत 27 वस्तुओं पर कर कम करने के फैसले का भी अय्यर ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जीडीपी के लिए जीएसटी पर रोलबैक थोड़ा बहुत जरूरी है।
मणिशंकर अय्यर ने यह भी कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीए सरकार में जीडीपी नीचे आने के बारे में देश को गलत जानकारी दी। कहा कि मनमोहन सिंह सरकार में जीडीपी चार पर निचले स्तर पर आई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है, जबकि कांग्रेस सर्वधर्म राष्ट्र की परिकल्पना करता है।
अय्यर ने इससे पहले भी कांग्रेस में बदलाव की बात की है। उन्होंने कहा था कि कोई मूर्ख ही ऐसा कह सकता है कि 2019 में नरेंद्र मोदी को अकेले हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन का यह सही वक्त है। राजनीति में बने रहने के लिए कांग्रेस को दोबारा अपनी रणनीति में बदलाव लाने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, जरूरत है कि हम एक पार्टी की जगह एक गठबंधन बनाएं। उन्होंने सलाह दी कि अगर, 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी को पटखनी देनी है तो कांग्रेस को मायावती से हाथ मिला लेना चाहिए। मजबूत क्षेत्रीय नेताओं को आगे नहीं बढ़ा पाना हमारी सबसे बड़ी कमजोरी रही है, जिसकी वजह से हमें लगातार चुनावों में हार झेलनी पड़ी। (एजेंसी)