सुरक्षा में चूक पर दोनों सदनों में भारी हंगामा, नहीं चली संसद
नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर शुक्रवार को भी जोरदार हंगामा किया। इस वजह से दोनों ही सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में सुबह 11 बजे सदन की बैठक शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। वे इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह के सदन में बयान देने की मांग कर रहे थे।
पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही सेकेंड के भीतर दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी।
सदन में बुधवार को शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से 2 युवकों के लोकसभा कक्ष में कूदने से जुड़े सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने गुरुवार को भी सदन में हंगामा किया था। इस सदन में आसन की अवमानना और अनादर के लिए को कांग्रेस और द्रमुक समेत विपक्ष के 13 सदस्यों को मौजूदा शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
इधर राज्यसभा में भी संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह 11 बजे कार्यवाही आरंभ होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और इसके बाद सूचित किया कि उन्हें संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए कार्यस्थगन संबंधी नियम 267 के तहत कुल 23 नोटिस मिले हैं। सभापति ने कहा कि इस मुद्दे पर वह पहले ही सदन को अवगत करा चुके हैं कि मामले की जांच हो रही है।
इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने अपने स्थान पर खड़े होकर हंगामा शुरु कर दिया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने आसन की ओर इशारे से कुछ कहना चाहा जिस पर सभापति ने आपत्ति जताई। उन्होंने चड्ढा से कहा कि वह इशारे करने की बजाय बोलकर अपनी बात रखें। इसके बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया।
इसी बीच, नेता सदन पीयूष गोयल ने कर्नाटक में कानून और व्यवस्था से जुड़ा कोई मुद्दा उठाने का प्रयास किया लेकिन शोर में उनकी बात सुनी नहीं जा सकी। हंगामा बढ़ता देख सभापति ने 11 बजकर 09 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।