उपराज्यपाल सक्सेना ने केजरीवाल को बताया- कौन है LG?
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच जारी विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। केजरीवाल ने फिनलैंड में शिक्षकों की ट्रेनिंग रोकने के मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा उपराज्यपाल पर कड़ी टिप्पणी की थी। इसके जवाब में LG सक्सेना ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री केजरीवाल को बताया है कि LG कौन है?
उपराज्यपाल ने पत्र में लिखा है कि प्रिय केजरीवाल जी मीडिया खबरों के माध्यम से संज्ञान में आया है कि आपने पिछले दिनों विधानसभा के अंदर और बाहर कई बयान दिए हैं, जो भ्रामक, गलत और अपमानजनक है।
उन्होंने कहा कि LG कौन है? वह कहां से आया? आदि सवालों के जवाब संविधान से दिए जा सकते हैं। अन्य लोग इसका उत्तर देने लायक नहीं है।
LG ने चिट्ठी में कहा कि मैं इस बात से चकित था कि शहर इतने सारे विकास संबंधित मुद्दों से घिरा हुआ है और आपको मार्च और प्रोटेस्ट के लिए समय मिल गया। दिल्ली सरकार के स्कूलों में अटेंडेंस कम हो रही है और छात्रों का एनरोलमेंट भी कम हुआ है।
उन्होंने कहा कि मैंने शिक्षकों को फिनलैंड भेजने का प्रस्ताव खारिज नहीं किया, कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस के लिए कहा।
गंदी राजनीति कर रहे उपराज्यपाल : इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल (एलजी) वी के सक्सेना शहर की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति सुधारने के बजाय गंदी राजनीति कर रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी तब आई है, जब एक दिन पहले दिल्ली महिला आयोग (DCW) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि एम्स के बाहर नशे में धुत एक कार सवार ने उनके साथ छेड़छाड़ की और फिर उन्हें अपनी गाड़ी से 10-15 मीटर तक घसीटा। मालीवाल का दावा है कि गाड़ी की खिड़की में उनका हाथ फंस गया था, तभी वाहन चालक ने कार आगे बढ़ा दी।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। एलजी इसे सुधारने के लिए कदम उठाने के बजाय गंदी राजनीति करने में व्यस्त हैं। उन्होंने आज दिल्ली सरकार के अधिकारियों की कई बैठकें बुलाई हैं, जबकि उनके पास ऐसा करने और निर्वाचित सरकार के कामकाज में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।'
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना सामंती मानसिकता से पीड़ित हैं और शहर में गरीब बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा नहीं चाहते।
सरकारी कामकाज में उपराज्यपाल के कथित हस्तक्षेप पर दिल्ली विधानसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि मेरे शिक्षकों ने भी कभी इस तरह मेरा होम वर्क नहीं जांचा, जैसे उपराज्यपाल फाइलें खंगालते हैं।
उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल कौन हैं? वे कहां से आए हैं? वे हमारे सिर पर बैठे हैं। क्या अब वो इस बात का फैसला करेंगे कि हम अपने बच्चों को पढ़ने कहां भेजें? हमारा देश ऐसी सामंती मानसिकता वाले लोगों के कारण ही पिछड़ रहा है।