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Last Updated : बुधवार, 7 अगस्त 2024 (09:13 IST)

Weather Updates: यूपी समेत अनेक राज्यों में आज भारी बारिश का अलर्ट, उत्तराखंड व हिमाचल में भूस्खलन

हिमाचल के 7 जिलों में मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा

Weather Updates: यूपी समेत अनेक राज्यों में आज भारी बारिश का अलर्ट, उत्तराखंड व हिमाचल में भूस्खलन - Latest weather news for 7 August 2024 in India
Weather Updates: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज बुधवार को यूपी समेत अनेक राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट (heavy rain alert) जारी किया है। विभाग के अनुसार 7 अगस्त को हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, यूपी, उत्तराखंड, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, असम, मेघालय और ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है।
 
उत्तराखंड व हिमाचल समेत देश के पहाड़ी हिस्सों से लेकर मैदानी इलाकों तक जमकर बारिश हो रही है। कहीं बाढ़ का सैलाब है तो कहीं भूस्खलन से तबाही मची है। अगस्त के महीने में देश के  कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।

 
दिल्ली में बारिश की संभावना : राष्ट्रीय राजधानी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कभी भारी तो कभी मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग  ने 8 अगस्त तक दिल्ली में तेज बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी के मुताबिक इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है।
 
राजस्थान में बारिश से 1 बच्चे की मौत, जैसलमेर में किले की दीवार ढही : जयपुर व धौलपुर से प्राप्त समाचारों के अनुसार राजस्थान के जैसलमेर, पाली और जोधपुर जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान अत्यधिक भारी बारिश हुई जिससे कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पानी निकालने और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए पंप, टैंकर जैसे संसाधनों के साथ आपदा प्रबंधन टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
 
नागौर में मकान का हिस्सा गिर जाने से 7 वर्षीय 1 बच्चे की मौत हो गई जबकि 2 लोग घायल हो गए। वहीं पुलिस के अनुसार सोमवार देर रात टोंक के मालपुरा थाना क्षेत्र में टोरडी बांध का पानी मालपुरा-टोडारायसिंह मार्ग पर आने जाने से वहां से गुजर रही एक रोडवेज की बस बह गई है। हालांकि उसमें यात्री नहीं थे लेकिन बस चालक मुकेश मेघवंशी लापता है।

 
थानाधिकारी चेनाराम ने बताया कि बांध के पानी के कारण सड़क पर 7 से 8 फुट पानी भर गया और चालक ने उसमें से बस निकालने की कोशिश की लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण बस असंतुलित होकर बह गई जिसके चालक की तलाश जारी है।
 
जैसलमेर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार सोमवार रातभर हुई बारिश के कारण सोनार किले की दीवार ढह गई, हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जैसलमेर जिलाधिकारी प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर जलभराव है और नागरिक सुरक्षा, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीम उन स्थानों पर पहुंच रही हैं, जहां मदद की जरूरत है।
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग के जयपुर केंद्र के अनुसार मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में जैसलमेर के मोहनगढ़ में 260 मिलीमीटर, भणियाणा में 206 मिलीमीटर, जोधपुर के देचू में 246 मिलीमीटर, पाली में 257 मिलीमीटर बारिश हुई, जो कि 'अत्यधिक भारी श्रेणी' की बारिश है।
 
इस दौरान जिन जगहों पर 'बेहद भारी बारिश' हुई उनमें पाली का मारवाड़ जंक्शन (166 मिलीमीटर), रोहट (134 मिलीमीटर), जोधपुर का लोहावट (189 मिलीमीटर), जालोर का आहोर (157 मिलीमीटर), बाड़मेर का समदड़ी में (193 मिलीमीटर) तथा अजमेर का नसीराबाद (165 मिलीमीटर) शामिल हैं। इसके अनुसार मंगलवार सुबह से शाम 5.30 बजे तक जोधपुर शहर में 19 मिलीमीटर, सीकर में 11 मिलीमीटर, जालोर में 10.5 मिलीमीटर, माउंट आबू में 10 मिलीमीटर, बीकानेर में 5.6 मिलीमीटर, फलोदी में 5.2 मिलीमीटर बारिश हुई।
 
कोटा और बूंदी समेत पूरे हाड़ौती अंचल में हो रही तेज बरसात के बाद में कोटा बैराज के गेट खोलकर चंबल नदी में पानी की निकासी की जा रही है। चंबल नदी में पानी की आवक के कारण धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। धौलपुर बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार अपराह्न 4 बजे धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर 132.20 मीटर था जो कि खतरे के निशान 129.79 मीटर से करीब 3 मीटर अधिक है।

 
धौलपुर जिलाधिकारी श्रीनिधि बी.टी. ने आमजन से नदी के आसपास नहीं जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। उन्होंने सभी अधिकारियों और अधीनस्थ कर्मचारियों को नदी किनारे वाले क्षेत्रों तथा जलभराव वाले क्षेत्रों में निरंतर निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।
 
बारिश से रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। उत्तर-पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार जोधपुर मंडल के केरला-पाली मारवाड़ यार्ड के मध्य जलभराव हो जाने के कारण रेल यातायात प्रभावित हो गया जिसके चलते जोधपुर-साबरमती और मारवाड़-खामली घाट-मारवाड़ जंक्शन रेल सेवा मंगलवार को रद्द कर दी गई और कई के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
 
जयपुर मौसम केंद्र के प्रवक्ता राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बुधवार से जोधपुर संभाग में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि पूर्वी राजस्थान के अनेक स्थानों पर आगामी दिनों में भी बारिश जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कोटा, भरतपुर, जयपुर तथा बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से तेज बारिश होने की प्रबल संभावना है।
 
हिमाचल के 7 जिलों में मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार मौसम विभाग ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में से 7 जिलों कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी के अलग-अलग हिस्सों में अगले 24 घंटों में मध्यम बाढ़ का खतरा होने की चेतावनी दी है। दूसरी तरफ अधिकारियों ने बताया कि 27 जून से 6 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में 93 लोगों की मौत हो गई है जबकि राज्य को 748 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
 
मौसम विभाग ने बुधवार शाम तक अगले 24 घंटों के लिए बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना के 10 जिलों में बहुत भारी बारिश का 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार शाम से मानसून की गतिविधियां अगले 5 से 6 दिनों तक जारी रहेंगी जिससे पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर बारिश होगी।
 
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने मंगलवार शाम को बताया कि लगातार हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण पहाड़ी राज्य के विभिन्न हिस्सों में 53 सड़कें बंद हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि 31 जुलाई की रात को कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर उपमंडल में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद अब तक 14 शव बरामद किए गए हैं और 40 लोग अब भी लापता हैं।
 
आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र ने बताया कि मंगलवार शाम को कुल्लू में 18 सड़कें, मंडी में 16, लाहौल और स्पीति में 9, कांगड़ा में 6 और सिरमौर और किन्नौर में 2-2 सड़कें बंद हो गईं। सोमवार शाम से भरवाईं में सबसे अधिक 66 मिमी बारिश हुई, इसके बाद घाघस में 56.6 मिमी, जोगिंद्र नगर में 53 मिमी, सलापर में 52.6 मिमी, गोहर में 46 मिमी, ऊना में 40.2 मिमी और बिलासपुर में 35.5 मिमी बारिश हुई।
 
मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ की आशंका के बारे में भी चेतावनी दी है तथा तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जताई है।
 
झारखंड में 2 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना : रांची से मिले समाचारों के अनुसार झारखंड के कुछ हिस्सों में अगले 2 दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। उसने बताया कि इस पूर्वी राज्य के कई स्थानों पर सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है।
 
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि मानसून के कारण बुधवार को झारखंड में अच्छी-खासी वर्षा होने की संभावना है। उनका कहना था कि आगामी 2 दिनों में दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते की बारिश ने राज्य में सालाना होने वाली बारिश की कमी को घटाकर 19 फीसदी कर दिया है जिसे आईएमडी सामान्य मानता है। धनबाद और रांची में क्रमश: 5 प्रतिशत और 1 प्रतिशत की अधिशेष वर्षा दर्ज की गई।
 
उन्होंने बताया कि झारखंड के 3 जिलों में अभी भी सामान्य से 40 फीसदी कम बारिश हुई है तथा पाकुड़ में सबसे कम 48 फीसदी बारिश दर्ज की गई। अधिकारी ने बताया कि पिछले 1 सप्ताह में हुई भारी बारिश से राज्य में बुआई प्रक्रिया तेज हुई है।
 
राज्य कृषि विभाग की बुआई रिपोर्ट के अनुसार 6.87 लाख हैक्टेयर क्षेत्र यानि कृषि योग्य भूमि के 38.20 प्रतिशत हिस्से में धान बोई गई है जबकि लक्ष्य 18 लाख हैक्टेयर क्षेत्र का था। इससे पहले 26 जुलाई तक धान की बुआई का आंकड़ा महज 13.53 फीसदी था। रिपोर्ट मे बताया गया कि 5 अगस्त तक 28.27 लाख हैक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले मात्र 16.21 लाख हैक्टेयर या 57.36 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि में खरीफ फसलें बोई गईं।
 
पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिम राजस्थान के ऊपर बना डिप्रेशन पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है। पाकिस्तान के मध्य भागों पर अच्छे से बने निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर हो गया है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है।
 
समुद्र तल पर पूर्व-पश्चिम ट्रफ अब मध्य पाकिस्तान के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होकर आगरा, वाराणसी, गया, जमशेदपुर, कोंटाई और फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रही है। ऊपर बताए गए निम्न दबाव क्षेत्र से पूर्व-पश्चिम ट्रफ औसत समुद्र तल से 0.9 और 5.8 किमी के बीच उत्तर ओडिशा तक चल रही है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुक रही है। उत्तर-पूर्व असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण है। मध्य समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक चलती है।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, लक्षद्वीप, उत्तरी तमिलनाडु, तटीय आंध्रप्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1 या 2 स्थानों पर भारी बारिश हुई।
 
पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, गुजरात क्षेत्र और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, पश्चिमी मध्यप्रदेश, सौराष्ट्र- कच्छ और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश हुई।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज बुधवार, 7 अगस्त को उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
 
पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। सौराष्ट्र, कच्छ और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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