कच्चे तेल में भारी गिरावट, 23 दिन से पेट्रोल-डीजल स्थिर
नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट अफ्रीका सहित दुनिया के कई देशों में पाए जाने के साथ ही भारत और अमेरिका सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के अपने रणनीतिक भंडार से तेल जारी करने की घोषणा के दबाव में सप्ताहांत पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल औंधे मुंह लुढ़क गया। इस बीच घरेलू स्तर पर शनिवार को लगातार 23वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया।
कोरोना के नए वेरिएंट के तेजी से कई देशों के फैलने से एक बार फिर से व्यापक स्तर पर लॉकडाउन लगाए जाने की आशंका से मांग में कमी आने की से शु्क्रवार को सप्ताहांत पर अमेरिकी बाजार में कारोबार बंद होने पर कच्चे तेल में 13 फीसदी तक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। ब्रेट क्रूड 10 फीसदी से अधिक की गिरावट लेकर 72.72 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 13.046 प्रतिशत उतरकर 70 डॉलर से नीचे 68.17 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन नहीं बढ़ाने के बाद भारत और अमेरिका ने अपने रणनीतिक भंडार से कच्चे तेल को जारी करने की घोषणा की है। चीन, जापान और दक्षिण कोरिया से भी रणनीतिक भंडार से तेल जारी करने की अपील की गई है। भारत 50 लाख बैरल तेल जारी करेगा। भारत का रणनीतिक तेल भंडार 3.8 करोड़ बैरल का है और यह देश के पूर्वी एवं दक्षिण तट पर स्थित है।
घरेलू बाजार में 23 वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। राजधानी दिल्ली में देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 86.67 रुपए प्रति लीटर पर टिके रहे।