इनसेट-3डीएस से क्या होगा फायदा, इसरो ने क्यों रखा नॉटी बॉय नाम?
- आज लॉन्च होगा मौसम संबंधी उपग्रह इनसेट-3डीएस
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श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 5:35 बजे भरेगा उड़ान
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इनसैट-3डीएस का जीवन काल लगभग 10 वर्ष होने की उम्मीद
ISRO Naughty boy news : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार को कहा कि जियोसिन्क्रोनस लॉन्च व्हीकल (GSLV) रॉकेट से इनसैट-3डीएस मौसम उपग्रह के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती सुचारू रूप से जारी है। इनसैट-3डीएस का जीवन काल लगभग 10 वर्ष होने की उम्मीद है। इसरो ने इस मिशन को नॉटी बॉय नाम दिया है।
क्यों रखा नॉटी बॉय नाम : इसरो के मुताबिक, GSLV रॉकेट से यह 16वां मिशन है। इससे पहले 15 मिशनों को अंजाम दिया जा चुका है, जिनमें से सिर्फ 4 मिशन ही फेल हुए हैं। GSLV रॉकेट की सफलता दर को देखते हुए ही इसे नॉटी बॉय नाम मिला है।
कब होगा प्रक्षेपण : सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से शनिवार को शाम 5:35 बजे नॉटी बॉय का प्रक्षेपण होना है। शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे इसकी उलटी गिनती शुरू हो गई थी। लगभग 20 मिनट की उड़ान के बाद, 2,274 किलोग्राम वजन वाले उपग्रह भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली (इनसैट) को जीएसएलवी रॉकेट से अलग कर दिया जाएगा।
क्या होगा फायदा : मिशन का उद्देश्य मौजूदा उपग्रहों इनसैट-3डी और इनसैट-3डीआर को उन्नत मौसम संबंधी जानकारियों के लिए निरंतर सेवाएं प्रदान करना, मौसम पूर्वानुमान, भूमि व महासागर सतहों की निगरानी कर आपदा संबंधी चेतावनियां देना, उपग्रह सहायता प्राप्त अनुसंधान और बचाव सेवाएं प्रदान करना है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के विभिन्न विभाग जैसे भारत मौसम विज्ञान विभाग, राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र और विभिन्न एजेंसियों और संस्थानों को बेहतर मौसम पूर्वानुमान और मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान करने के लिए इनसैट-3डीएस द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा से लाभ मिलेगा।
Edited by : Nrapendra Gupta