टीम इंडिया को वानखेड़े में किया गया सम्मानित, BCCI ने दिए 125 करोड़ रुपए, मुंबई की सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब
Huge crowd gathered in the victory parade of world champion Indian team : टी-20 विश्व कप की विजेता भारतीय टीम के स्वागत के लिए आयोजित विजय जुलूस (विक्ट्री परेड) में गुरुवार को यहां जनसैलाब उमड़ पड़ा क्योंकि हजारों क्रिकेट प्रशंसक अपने पसंदीदा सितारों की एक झलक पाने के लिए बेताब थे जिससे दक्षिण मुंबई का यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। भारतीय टीम के खिलाड़ियों को बीसीसीआई के अधिकारियों ने सम्मानित किया है। उन्हें जय शाह ने 125 करोड़ रुपए का चेक दिया। इस दौरान पूरी टीम इंडिया को स्टेज पर बुलाया गया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से अनुसार विजय जुलूस नरीमन प्वाइंट में नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) से शाम पांच बजे शुरू होकर वानखेड़े स्टेडियम में शाम सात बजे समाप्त होना था लेकिन रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम नई दिल्ली से देर से यहां पहुंची, जिससे परेड सात बजकर 30 मिनट के बाद ही शुरू हो पाई।
यह दूरी आमतौर पर पांच मिनट में तय हो जाती है, लेकिन इसमें एक घंटे से अधिक समय लगा क्योंकि खिलाड़ियों ने अपने जीवन की शाम का आनंद अपने प्रशंसकों के प्यार में पूरी तरह से भीगते हुए लिया। रोहित शर्मा 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की टीम के सबसे युवा सदस्य थे और अब 37 साल की उम्र में अपनी टी20 विश्व चैम्पियन भारतीय क्रिकेट टीम को विक्ट्री परेड कराना उन्हें एक तरह से अलग ही अहसास दे रहा होगा।
और अब वह इस मौजूदा टीम के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं। उनके इर्दगिर्द के चेहरे बदल गए लेकिन अब छोटे प्रारूप से संन्यास ले चुका यह भारतीय टी20 कप्तान इन वर्षों में लगातार टीम में बना रहा। जैसे ही बस जनसैलाब से गुजर रही होगी तो उनके मन में 2007 सितंबर की उस सुबह की याद ताजा हो आई होगी जब मुंबई गुरुवार की शाम की तरह अपने सितारों को देखने जुटी थी।
जीत ने करोड़ों लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला दी : सड़कों पर मुंबईचा राजा कौन? रोहित शर्मा के नारे गूंज रहे थे। रोहित ने स्टेडियम के अंदर खेल प्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा, यह (भीड़) बताती है कि जीतने के लिए हमारी जो बेताबी थी, वैसी ही बेताबी प्रशंसकों में भी थी। जीत ने करोड़ों लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। यह एक विशेष टीम है और यह ट्रॉफी देश की है।
हार्दिक पंड्या को शायद टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद प्रशंसकों की स्वीकृति मिल गई और उन्होंने सबसे पहले ट्रॉफी उठाकर प्रशंसकों को दिखाई। कभी उपहास का पात्र रहे मुंबई इंडियन अब मुंबई में जय-जयकार करने वाले भारतीय बन गए। बड़ौदा के इस खिलाड़ी पर शहर पूरा प्यार बरसाने को तैयार था जिसने मुंबई को अपना घर बना लिया है।
भारतीय टीम ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात : विराट कोहली की एक झलक पाने के लिए कई लोग तरस रहे थे। उन्होंने भी निराश नहीं किया। बल्कि कप्तान के साथ सूर्यकुमार यादव और अक्षर पटेल को लेकर वानखेड़े में नासिक ढोलवालों की धुनों पर डांस करने लगे। इससे पहले भारतीय टीम बारबाडोस से सुबह नई दिल्ली पहुंची थी जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद टीम दोपहर बाद तीन बजकर 42 मिनट पर ही मुंबई के लिए रवाना हो पाई।
वानखेड़े स्टेडियम को प्रशंसकों के लिए खोल दिया गया और कुछ मिनट में ही स्टेडियम खचाखच पर गया। स्टेडियम के गेट को शाम पांच बजे के लगभग बंद कर दिया गया और कई प्रशंसक बाहर इंतजार करते रह गए। भारतीय टीम विस्तारा के विमान से छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 पर पहुंची, जहां उसे वाटर सैल्यूट दिया गया। इसके साथ ही यहां पहुंचे क्रिकेट प्रेमियों और मीडियाकर्मियों का लंबा इंतजार भी खत्म हुआ।
भोजन और पानी की कमी के बावजूद अपनी सीटों पर जमे रहे : रुक-रुक कर हो रही बारिश, अत्यधिक उमस और आसपास के इलाकों में हज़ारों लोगों के आने की वजह से वानखेड़े स्टेडियम के गेट बंद कर दिए गए। जो लोग वानखेड़े के अंदर पहुंचने में सफल रहे वे भोजन और पानी की कमी के बावजूद अपनी सीटों पर जमे रहे। बाद में बारिश तेज हो गई लेकिन प्रशंसक इसकी परवाह किए बिना अपने लिए सीट पक्की करने की जद्दोजहद में लगे रहे। इस भीड़ में कई जोड़ी जूते छूट गए और चारों तरफ मलबा बिखरा हुआ नजर आ रहा था।
पारंपरिक नारों के साथ माहौल जीवंत हो उठा : बारिश के बावजूद कोई भी प्रशंसक अपनी सीट से नहीं हटा। इस बीच डीजे ने सभी तरह के गानों से मनोरंजन किया और एक बार तो ऐसा लगा कि वानखेड़े में रेन-डांस पार्टी हो रही है। स्टेडियम के स्पीकर से वेंगाबॉयज़ का पार्टी हिट 'टू ब्राज़ील' और देश का अनौपचारिक खेल गान 'चक दे इंडिया' बजने लगा। इसके तुरंत बाद वानखेड़े में 'सचिन...सचिन' और 'मुंबईचा राजा, रोहित शर्मा!' और 'इंडिया...इंडिया' के पारंपरिक नारों के साथ माहौल जीवंत हो उठा। (एजेंसी)
Edited By : Chetan Gour