श्रीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 30 सितंबर से जम्मू-कश्मीर के 3 दिवसीय दौरे पर आएंगे। इस दौरान उनका माता वैष्णोदेवी मंदिर में दर्शन करने, 2 रैलियों को संबोधित करने और विकास गतिविधियों की समीक्षा करने का कार्यक्रम है।
भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के महासचिव एवं पूर्व मंत्री सुनील शर्मा ने हालांकि कहा कि इस दौरे को अभी तक घोषित नहीं हुए विधानसभा चुनाव से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। इस बीच एक वरिष्ठ नेता पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, रैलियां भाजपा के चुनाव अभियान की शुरुआत होंगी।
शर्मा ने कहा, चुनाव ईसीआई (भारत निर्वाचन आयोग) का विशेषाधिकार है जो एक स्वायत्त संस्था है और चुनाव के समय और तिथियों के बारे में उसे (ईसीआई) फैसला करना है। भाजपा तैयार है। यह (शाह का दौरा) एक नियमित दौरा है और इसे चुनाव से जोड़ना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि शाह 30 सितंबर को जम्मू पहुंचेंगे, 1 अक्टूबर को राजौरी (जम्मू संभाग) में एक रैली को संबोधित करेंगे और उसी शाम कश्मीर पहुंचेंगे और फिर 2 अक्टूबर को पूर्वाह्न 11 बजे बारामूला शहर में एक रैली को संबोधित करेंगे।
एक नेता ने बताया कि रैली को संबोधित करने से पहले शाह एक अक्टूबर को माता वैष्णो देवी के मंदिर में दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, भाजपा और केंद्र सरकार से पूरे कश्मीर के लोगों की कई उम्मीदें हैं। शर्मा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर हर व्यक्ति का विश्वास है। उस विश्वास पर खरा उतरने, उन अपेक्षाओं को पूरा करने और केन्द्र शासित प्रदेश के प्रशासन की विकास गतिविधियों का आकलन करने के लिए केंद्रीय मंत्री 30 सितंबर को जम्मू-कश्मीर पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि पूरे कश्मीर, खासकर उत्तरी कश्मीर के लोग रैली में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इसमें दक्षिण कश्मीर के लोग भी शामिल होंगे। शर्मा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री केंद्र द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकास गतिविधियों के बारे में अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि वह विकास के मोर्चे पर केंद्र द्वारा उठाए गए नए कदमों के बारे में भी बोलेंगे।
भाजपा नेता ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री का दौरा भाजपा और केंद्र सरकार के प्रति लोगों का विश्वास मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। उन्होंने कहा, यह रैली के रूप में केंद्रीय गृहमंत्री का कश्मीर के लोगों से सीधा संवाद होगा। उन्होंने कहा कि कई अन्य आधिकारिक कार्यक्रम होंगे, लेकिन उन्होंने विवरण साझा करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, लेकिन जहां तक पार्टी के कार्यक्रमों का सवाल है, तो पार्टी के हर वर्ग के प्रतिनिधिमंडल या यहां तक कि उद्योगपति, बुद्धिजीवी भी उनसे मिल सकते हैं। पार्टी की गतिविधियों पर वरिष्ठ नेताओं के साथ भी चर्चा की जाएगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या शाह यहां शहर के ईदगाह इलाके में प्रस्तावित कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखेंगे, शर्मा ने कहा कि पार्टी के पास जो जानकारी है, उसके अनुसार विकास गतिविधियों पर एक दौर चल रहा है। उन्होंने कहा, शायद, कैंसर अस्पताल की आधारशिला भी रखी जाएगी।
पार्टी ने हालांकि आधिकारिक तौर पर कहा कि यह यात्रा चुनावों से जुड़ी नहीं है, लेकिन भाजपा के एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, गृहमंत्री शाह की दो रैलियों को संबोधित करने के लिए यह यात्रा मुस्लिम बहुल जिलों से भाजपा के चुनाव अभियान की शुरुआत होगी।
नेता ने कहा, राजौरी और बारामूला दोनों में पहाड़ी भाषी लोगों की एक बड़ी आबादी रहती हैं, जिन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के लिए भाजपा से बहुत उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री सीधे पहाड़ी समुदाय से बात करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई अध्यक्ष रवींद्र रैना के गृहनगर राजौरी में अपनी जनसभा के बाद गृहमंत्री उसी दिन (एक अक्टूबर) जम्मू लौटेंगे और जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ जम्मू-अखनूर फ्लाईओवर और कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। शाह शाम को श्रीनगर के लिए रवाना होने से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।(भाषा)