JNU विवाद में हिंदू सेना की एंट्री, गेट पर लगाए भगवा झंडे, पोस्टर लगाकर दी चेतावनी
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के एक छात्रावास में राम नवमी पर मांसाहारी भोजन परोसे जाने को लेकर हुई हिंसा के करीब एक सप्ताह बाद हिंदू सेना ने विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार के निकट और आस-पास के इलाके में पोस्टर और भगवा झंडा लगाए। संगठन ने चेतावनी भी दी कि यदि भगवा का अपमान किया गया, तो कड़े कदम उठाए जाएंगे।
हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने बताया कि दक्षिणपंथी संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव ने भगवा जेएनयू के पोस्टर लगाए।
हालांकि पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पोस्टर और झंडों को हटा दिया। इस मामले में पुलिस लिगल एक्शन भी लेगी।
व्हाट्सऐप पर वायरल एक वीडियो में गुप्ता यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि जेएनयू परिसर में भगवा का नियमित रूप से अपमान किया जा रहा है। हम ऐसा करने वालों को चेतावनी देते हैं। आप सुधर जाइए। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम आपकी विचारधारा और हर धर्म का सम्मान करते हैं। भगवा का अपमान सहन नहीं किया जाएगा और हम कड़े कदम उठा सकते हैं।
विश्वविद्यालय परिसर में कावेरी छात्रावास के भोजनालय में कथित रूप से मांसाहारी भोजन परोसने को लेकर रविवार को छात्रों के दो समूहों के बीच झड़प हुई थी। पुलिस का कहना है कि हिंसा में छह छात्र घायल हो गए थे। बहरहाल, दोनों समूहों ने दावा किया कि दोनों पक्षों के 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के आरोप लगाया कि एबीवीपी के सदस्यों ने छात्रों को छात्रावास के भोजनालय में मांसाहारी भोजन करने से रोका और हिंसक माहौल पैदा किया, लेकिन एबीवीपी ने इन आरोपों को खारिज किया और आरोप लगाया कि वामपंथियों ने राम नवमी पर छात्रावास में आयोजित एक पूजा कार्यक्रम को बाधित किया।