हाईकोर्ट ने दिल्ली कोचिंग सेंटर मौत मामले की जांच CBI को सौंपी
कोचिंग सेंटर में पानी भरने के मामले में एसयूयी चालक के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए अदालत ने कहा कि पुलिस का सम्मान तब होता है जब दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज होता है, निर्दोषों को पकड़ने पर नहीं। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने एक एसयूवी चालक मनोज कथूरिया को इस मामले में इसलिए गिरफ्तार कर लिया था कि उसने कोचिंग सेंट के पास से तेज गति से गाड़ी निकाली, जिससे कोचिंग सेंटर में पानी भरा।
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एमसीडी पर सवाल : एमसीडी पर भी सवाल उठाते हुए अदालत ने कहा कि समझ में नहीं आ रहा कि यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थी डूब कैसे गए? यह आम बात हो गई है और एमसीडी के अधिकारियों को इसकी कोई परवाह ही नहीं है। उच्च न्यायालय ने पूछा कि एमसीडी अधिकारियों ने राजेंद्र नगर में बरसाती नालों में जल निकासी की खराब स्थिति के बारे में आयुक्त को क्यों नहीं बताया?
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क्या है पूरा मामला : राजधानी दिल्ली में हाल ही में राजेंद्र नगर के राऊ आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तेज बारिश के कारण अचानक पानी भर गया। इसमें 3 विद्यार्थी डूब गए। इनमें एक छात्र और छात्राएं हैं। ये आईएएस की तैयारी करने वाले छात्र थे। छात्रों के एक समूह ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की मौत पर प्रदर्शन भी किया।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala