गंगोत्री धाम के कपाट हुए शीतकाल के लिए बंद
उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम के कपाट गोवर्धन पूजा के दिन पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। गंगोत्री मंदिर समिति के तीर्थ पुरोहितों एवं आचार्यों की उपस्थिति में विधि-विधान से कपाट बंद हुए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल मुखवा पहुंचेगी। जिलाधिकारी उत्तर काशी मयूर दीक्षित ने बताया कि इस यात्रा वर्ष में 32948 से अधिक तीर्थयात्री गंगोत्री धाम दर्शन के लिए पहुंचे। कोरोना काल के बावजूद यात्रा में तीर्थयात्रियों के आने का क्रम जारी रहा। यात्रा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया।
शनिवार को यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे, जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो जाएंगे।श्री केदारनाथ के कपाट बंद होने के बाद भगवान की उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री औंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी।जिसके बाद अगले छह महीने केदार की पूजा वहीं होगी।