पाक PM शहबाज ने जताई भारत के साथ बातचीत की इच्छा, विदेश मंत्रालय ने दिया यह जवाब...
Arindam Bagchi's statement on India-Pakistan Relations : भारत ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों के लिए आतंक तथा शत्रुता मुक्त वातावरण जरूरी है। विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ बातचीत की इच्छा जताई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत, पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी मुल्कों के साथ सामान्य संबंध चाहता है और इसके लिए माहौल तैयार करना इस्लामाबाद पर निर्भर है। बागची ने शरीफ के बयान के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में यह बात कही।
उन्होंने कहा, हमने इस मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की टिप्पणियों के संबंध में खबरें देखी हैं। इस पर भारत की स्पष्ट और सुसंगत स्थिति सर्वविदित है। प्रवक्ता ने कहा, हम पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी मुल्कों के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं लेकिन उसके लिए आतंक तथा शत्रुता मुक्त वातावरण जरूरी है।
मंगलवार को शरीफ ने सभी गंभीर और लंबित मुद्दों के समाधान के लिए भारत के साथ बातचीत करने की पेशकश की और कहा कि दोनों देशों के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने भारत के संदर्भ में कहा, हम हर किसी के साथ बात करने के लिए तैयार हैं, यहां तक कि अपने पड़ोसी के साथ भी, बशर्ते कि पड़ोसी संजीदा मुद्दों पर बात करने के लिए गंभीर हो क्योंकि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है।
पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में फरवरी 2019 में भारत के युद्धक विमानों द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हमला करने के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में गंभीर तनाव आ गया था। भारत द्वारा पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद संबंध और भी खराब हो गए।
तथाकथित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पर एक सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि भारत इस परियोजना का विरोध कर रहा है, क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजरती है। जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने की चौथी वर्षगांठ के मद्देनजर पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी बयानबाजी शुरू करने की योजना के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि इस्लामाबाद का प्रचार काम नहीं कर रहा है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)